प्रायद्वीपीय भारत (Indian Peninsula) किसे कहते है ?
प्रायद्वीपीय भारत की संरचना त्रिभुजाकार रूप में विस्तारित है, जो हिमालय से निकलने वाली नदियों द्वारा निर्मित मैदानी भाग के उत्तर में फैली हुई है। इसके प्रमुख भागों में केंद्रीय उच्च भूमि, विभिन्न पठारी क्षेत्र (जैसे कर्नाटक का पठार, हडौती का पठार, बघेलखंड का पठार, बुंदेलखंड का पठार) तथा दक्षिण भारत के पर्वतीय क्षेत्र (नीलगिरी, अन्नामलाई, अरावली, विंध्याचल एवं सतपुड़ा रेंज) सम्मिलित हैं। साथ ही तटीय भागों में पश्चिमी घाट एवं पूर्वी घाट भी इसका अभिन्न अंग हैं। यह संरचना मुख्य रूप से प्राचीनतम चट्टानों के अवसादीकरण से विकसित हुई है।
प्रायद्वीपीय भारत हिमालयी क्षेत्रों से भिन्न है, क्योंकि यहाँ संपीडनात्मक बलों का प्रभाव नगण्य रहा है, जिसके कारण इस क्षेत्र की चट्टानों की मूल क्षैतिजकता सुरक्षित बनी हुई है। जबकि हिमालय क्षेत्र अभी भी संपीडनात्मक बलों के प्रभाव में है, जिसके परिणामस्वरूप उत्तर भारत में भूकंपीय घटनाएँ देखी जाती हैं। यह विश्व का प्राचीनतम पठार है, जिसका विस्तार लगभग 16 लाख वर्ग किमी में है। आर्कियन चट्टानों से निर्मित यह पठार विवर्तनिक दृष्टि से अपेक्षाकृत शांत क्षेत्र है।
अरावली, कैमूर, राजमहल व शिलॉन्ग की पहाड़ियाँ इसकी उत्तरी सीमा बनाती हैं, जबकि दक्षिण में इसका विस्तार कन्याकुमारी तक है। विभिन्न पर्वतों की उपस्थिति के कारण यह पठार कई छोटे-छोटे पठारों में विभाजित है। गंगा-ब्रह्मपुत्र द्वारा लाए गए निक्षेपों के कारण यह पठार मुख्य प्रायद्वीपीय क्षेत्र से पृथक प्रतीत होता है। इसके अतिरिक्त, राजस्थान मरुस्थल के गर्भ में भी प्रायद्वीपीय चट्टानें विद्यमान हैं।

भू-संचलन और नदी प्रणालियाँ
प्रायद्वीपीय पठार पर भू-संचलन के कारण कई दरार घाटियों का निर्माण हुआ है। उदाहरण के लिए, नर्मदा एवं ताप्ती नदियाँ दरार घाटियों का अनुसरण करते हुए पूर्व से पश्चिम की ओर प्रवाहित होती हैं और अंततः अरब सागर में गिरती हैं। इसके विपरीत, प्रायद्वीपीय भारत की अधिकांश नदियाँ पश्चिम से पूर्व की ओर ढलान का अनुसरण करते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं। इस क्षेत्र में हिमालयी उत्थान के दौरान नवोन्मेष के प्रमाण भी प्राप्त हुए हैं।
प्रायद्वीपीय भारत की संरचना का वर्गीकरण ?
प्रायद्वीपीय भारत की संरचना को दो प्रमुख भागों में विभाजित किया जा सकता है:
- प्रायद्वीपीय भारत के पठार (Plateaus of Peninsular India)
- प्रायद्वीपीय भारत के पर्वत (Mountains of Peninsular India)
1. प्रायद्वीपीय भारत के प्रमुख पठार
हड़ौती का पठार कहाँ स्थित है, और इसका विस्तार किन-किन जिलों तक देखा जाता है?
मालवा के पठार के उत्तर-पश्चिम में स्थित हड़ौती का पठार राजस्थान के झालावाड़ से बूँदी तक विस्तृत है। इसका विस्तार कोटा, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और बाँसवाड़ा तक भी देखा जाता है।
मालवा का पठार (Malwa Plateau) कहाँ स्थित है ?
मध्य प्रदेश के पश्चिमी भाग में स्थित यह पठार दक्कन ट्रैप चट्टानों से निर्मित है। इसकी औसत ऊँचाई 450 मीटर है। महू की जानपाव पहाड़ी (854 मी.) चंबल नदी का उद्गम स्थल है। इस पठार की सबसे ऊँची चोटी सिगार चोटी है। प्रमुख नदियाँ- काली, सिंध, क्षिप्रा, पार्वती, चंबल, बेतवा, गंभीर आदि हैं। यहाँ काली तथा लैटेराइट मिट्टियाँ पाई जाती हैं।
बुंदेलखंड का पठार (Bundelkhand Plateau) कहाँ स्थित है ?
यह पठार मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में विस्तृत है और उत्तर प्रदेश के दक्षिणी भाग तक फैला है। यह क्षेत्र मुख्यतः आर्कियन युग की ग्रेनाइट चट्टानों से निर्मित है। टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) तथा ललितपुर व बाँदा (उत्तर प्रदेश) इस क्षेत्र के प्रमुख भाग हैं। प्रमुख नदियाँ- धसान और केन हैं।
बघेलखंड का पठार (Baghelkhand Plateau) कहाँ स्थित है ?
मध्य प्रदेश के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित यह पठार गोंडवाना, विंध्यन और अद्य महाकल्पीय शैल समूहों से निर्मित है। सोन नदी घाटी इस क्षेत्र की महत्वपूर्ण स्थलाकृति है। इस क्षेत्र की मिट्टी लाल बलुई है और यहाँ साल, सागौन, हर्रा तथा तेंदू के वन पाए जाते हैं। इस पठार का सबसे ऊँचा भाग देवगढ़ है।
रीवा-पन्ना का पठार (Rewa-Panna Plateau) कहाँ स्थित है ?
इस पठार की औसत ऊँचाई 300 से 450 मीटर है। प्रमुख नदियाँ- केन, सोनार, टोंस, व्योरम आदि हैं। यहाँ लाल-काली मिश्रित मिट्टी पाई जाती है। रीवा एवं पन्ना क्षेत्र में खनिज संसाधन (जैसे चूना पत्थर, बॉक्साइट, फायरक्ले, जिप्सम, सिलिका सैंड) प्रचुर मात्रा में मिलते हैं। पन्ना क्षेत्र हीरों के लिए प्रसिद्ध है।

छोटानागपुर का पठार (Chota Nagpur Plateau) कहाँ स्थित है ?
यह पठार दक्षिणी बिहार में स्थित है और खनिज संसाधनों से भरपूर है। प्रमुख नदियाँ- दामोदर, सोन, सुवर्णरेखा हैं। इसकी औसत ऊँचाई 760 मीटर है, जबकि पारसनाथ शिखर 1,365 मीटर ऊँचा है। इसे ‘खनिज भंडार’ भी कहा जाता है।
मेघालय पठार (Meghalaya Plateau) कहाँ स्थित है ?
यह पठार असम के दुआर क्षेत्र के दक्षिण तथा बांग्लादेश के उत्तर में स्थित है। इसे ‘शिलांग पठार’ भी कहा जाता है। यहाँ भारत के सर्वाधिक वर्षा वाले स्थान मासिनराम और चेरापूंजी स्थित हैं।
दक्कन का पठार (Deccan Plateau) कहाँ स्थित है ?
यह पठार ताप्ती नदी के दक्षिण में स्थित है और लगभग 5 लाख वर्ग किमी क्षेत्र में विस्तृत है। इसका विस्तार मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं तमिलनाडु तक है। यह मुख्यतः ज्वालामुखी क्रिया द्वारा निःसृत लावा के जमने से बना है।
तेलंगाना का पठार (Telangana Plateau) कहाँ स्थित है ?
यह पठार मुख्यतः आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना राज्यों में विस्तारित है। यह क्षेत्र गोंडवाना शैलों से निर्मित है और इसका भौगोलिक महत्व अधिक है।
निष्कर्ष (Conclusion)
प्रायद्वीपीय भारत का भूगोल जटिल एवं विविधतापूर्ण है। यहाँ विभिन्न पठारी क्षेत्रों की भौगोलिक विशेषताएँ इसे अद्वितीय बनाती हैं। यहाँ के खनिज संसाधन, कृषि एवं औद्योगिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह क्षेत्र पृथ्वी के सबसे पुराने भूभागों में से एक है और इसकी स्थलाकृति भारतीय उपमहाद्वीप के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
विश्व का सबसे बड़ा प्रायद्वीप कौन सा है?
विश्व का सबसे बड़ा प्रायद्वीप “अरब प्रायद्वीप” है। इसका क्षेत्रफल लगभग 3.2 मिलियन वर्ग किलोमीटर है।
भारत के किस भाग को प्रायद्वीपीय भारत कहा जाता है?
भारत का दक्षिणी भाग, जो तीन तरफ से समुद्र से घिरा हुआ है, उसे प्रायद्वीपीय भारत कहा जाता है।
भारत में कुल कितने प्रायद्वीप हैं?
भारत में कई छोटे-बड़े प्रायद्वीप हैं, लेकिन मुख्य रूप से भारतीय उपमहाद्वीप का दक्षिणी भाग प्रमुख प्रायद्वीप माना जाता है।
सबसे लंबा प्रायद्वीपीय भारत कौन सा है?
दक्कन का प्रायद्वीप भारत का सबसे लंबा और सबसे बड़ा प्रायद्वीप है।
प्रायद्वीपीय भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी कौन सी है?
कृष्णा नदी प्रायद्वीपीय भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी है।
भारत की सबसे बड़ी प्रायद्वीपीय नदी कौन सी है?
गोदावरी नदी भारत की सबसे बड़ी प्रायद्वीपीय नदी है, जिसे ‘दक्षिण गंगा’ भी कहा जाता है।
भारत प्रायद्वीपीय देश क्यों कहलाता है?
भारत को प्रायद्वीपीय देश कहा जाता है क्योंकि इसका दक्षिणी भाग तीन ओर से समुद्र (अरब सागर, बंगाल की खाड़ी, और हिंद महासागर) से घिरा हुआ है।
भारत में कौन सी नदी प्रायद्वीपीय नदी नहीं है?
गंगा नदी एक हिमालयी नदी है, इसलिए यह प्रायद्वीपीय नदी नहीं है।
गंगा नदी कहाँ खत्म होती है?
गंगा नदी बंगाल की खाड़ी में जाकर समाप्त होती है।
प्रायद्वीपीय भारत का सर्वोच्च शिखर कौन सा है?
अनायमुदी चोटी (2695 मीटर) प्रायद्वीपीय भारत का सर्वोच्च शिखर है।
प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिण में कौन सा महासागर स्थित है?
प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिण में हिंद महासागर स्थित है।
कौन सा पर्वत उत्तर भारत और प्रायद्वीपीय भारत को विभाजित करता है?
विंध्य पर्वत उत्तर भारत और प्रायद्वीपीय भारत को विभाजित करता है।
भारत में दक्कन का पठार कहां है?
दक्कन का पठार प्रायद्वीपीय भारत के मध्य और दक्षिणी भाग में स्थित है।
प्रायद्वीपीय भारत में कौन-कौन से पठार हैं?
दक्कन का पठार, मालवा का पठार, छोटा नागपुर का पठार, और कर्नाटक का पठार प्रमुख हैं।
हिमालय तथा प्रायद्वीपीय नदियों में क्या अंतर है?
हिमालयी नदियाँ सदाबहार होती हैं और हिमालय से निकलती हैं, जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ वर्षा-आश्रित होती हैं और प्रायद्वीपीय पठार से निकलती हैं।