जलवायु प्रदेश (Climate Region)
पृथ्वी की सतह का अक्षांशीय तथा देशांतर की दृष्टि से अत्यधिक विस्तार होने के कारण विभिन्न भौगोलिक स्वरूप देखने को मिलते हैं—कहीं ऊँची-ऊँची पर्वतमालाएँ, कहीं विस्तृत पठारी क्षेत्र, तो कहीं दूर-दूर तक फैले मैदानी इलाके दृष्टिगोचर होते हैं, जबकि कुछ भागों में मरुस्थलीय भूभाग भी परिलक्षित होते हैं। यदि इन क्षेत्रों का गंभीरता से परीक्षण किया जाए, तो ज्ञात होता है कि इनकी प्राकृतिक संरचना में परस्पर स्पष्ट भिन्नताएँ पाई जाती हैं।
जलवायु विशेषताओं की सामान्यता को आधार बनाकर पृथ्वी की सतह को विभिन्न प्रादेशिक इकाइयों में विभक्त किया गया है। इस प्रकार वर्गीकृत क्षेत्रों को ही ‘जलवायु प्रदेश’ कहा जाता है। विविध विद्वानों द्वारा प्रस्तावित वैश्विक जलवायु वर्गीकरण का आधार प्रमुख कारक एवं प्रभावकारी तत्व रहे हैं, जिनके आधार पर संपूर्ण पृथ्वी की जलवायु को विभिन्न भागों में विभाजित किया गया है।
जलवायु प्रदेश (Climate Region)
- भूमध्य रेखीय जलवायु (Equatorial Climate)
- मानसूनी जलवायु (Monsoon Climate)
- सवाना तुल्य जलवायु (Savanna Type Climate)
- उष्ण मरुस्थलीय या सहारा तुल्य जलवायु (Tropical Desert/Sahara Type Climate)
- चीन तुल्य जलवायु (China Type Climate)
- मध्य अक्षांशीय स्टेपी जलवायु (Mid Latitudinal Steppe Climate)
- भूमध्य सागरीय जलवायु (Mediterranean Climate)
- सेंट लॉरेंस तुल्य जलवायु (St. Lawrence Type Climate)
- टैगा या साइबेरिया तुल्य जलवायु (Taiga or Siberia Type Climate)
- पश्चिमी यूरोप तुल्य जलवायु (Western European Type Climate)
- टुंड्रा जलवायु (Tundra Climate)
जलवायु प्रदेश क्या है?
जलवायु विशेषताओं की सामान्यता को आधार बनाकर पृथ्वी की सतह को विभिन्न प्रादेशिक इकाइयों में विभक्त किया गया है। इस प्रकार वर्गीकृत क्षेत्रों को ही ‘जलवायु प्रदेश’ कहा जाता है।