असंगति (विषम विन्यास) (Unconformity) दो अलग आयु की चट्टानी परतों के बीच एक erosional या non-depositional सतह है जो geological time gap को दर्शाती है। मुख्य 4 प्रकार हैं: (1) कोणीय असंगति – tilted पुरानी परतों पर horizontal नई परतें, (2) विच्छेदन असंगति – parallel परतों के बीच erosional break, (3) पैरा असंगति – sedimentary rocks के ऊपर igneous/metamorphic rocks, (4) गैर असंगति – कम time gap के साथ local extent। ये James Hutton के geological time concept का महत्वपूर्ण evidence हैं।
असंगति (Unconformity)
असंगति भूवैज्ञानिक संरचना में वह स्थिति होती है जहां पर चट्टानों की दो परतों के बीच एक अंतराल या रुकावट होती है, जो लंबे समय तक अपक्षय, अपरदन या अवसादन की अनुपस्थिति के कारण उत्पन्न होती है। यह स्थिति चट्टान के रिकॉर्ड में समय के गैप को दर्शाती है, जहां पुराने और नए अवसादी या आग्नेय चट्टानों के बीच कोई अवसादन या विराम रहा होता है।
चार प्रकार की असंगति (Unconformities)
- Angular Unconformity (कोणीय असंगति)
- Disconformity (विच्छेदन असंगति)
- Para-conformity (पैरा-असंगति)
- Non-conformity (गैर-असंगति)
1. Angular Unconformity (कोणीय असंगति)
कोणीय असंगति एक प्रकार की असंगति है जिसमें नए जमाव पुराने झुके हुए या मुड़े हुए चट्टानों की क्षरित सतह पर स्थित होते हैं। इसका अर्थ यह है कि पुरानी चट्टानें नए जमाव की तुलना में अधिक ढलान पर होती हैं। इस प्रकार, पुरानी चट्टानें नए जमाव से भिन्न कोण पर झुकी होती हैं।

विशेषताएं:
- पुरानी परतें deformed और eroded हैं
- नई परतें horizontal या slightly tilted हैं
- Clear angular discordance दिखाई देता है
- Orogenic activity का strong evidence
Famous Examples:
- Siccar Point, Scotland: James Hutton का classic example
- Grand Canyon: Vishnu Schist और Tonto Group के बीच
2. Disconformity (विच्छेदन असंगति)
विच्छेदन असंगति एक असंगति सतह है जिसमें ऊपरी और निचली परतों के बीच के बिस्तर (bedding planes) समानांतर होते हैं, लेकिन दोनों के बीच असंगति का चिह्न एक अनियमित या असमान क्षरण सतह के रूप में देखा जा सकता है। इस प्रकार की असंगति में निचली और ऊपरी परतें एक-दूसरे के साथ लगभग समानांतर होती हैं।

3. Para-conformity (पैरा-असंगति)
पैरा-असंगति एक अस्पष्ट असंगति होती है जिसमें ऊपरी और निचली परतें समानांतर होती हैं, और असंगति संपर्क में कोई क्षरण सतह या अन्य भौतिक साक्ष्य स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देता। इस प्रकार की असंगति को पहचाना कठिन होता है और इसे केवल चट्टानों के अभिलेख में अंतराल के आधार पर पहचाना जा सकता है, जैसे कि जीवाश्मीय प्रमाणों (पेलिओंटोलॉजिक एविडेंस) से फौना ज़ोन की अनुपस्थिति या अचानक परिवर्तन।

4. Non-conformity (गैर-असंगति)
गैर-असंगति उस समय विकसित होती है जब अवसादी चट्टानें पुरानी आग्नेय या विशाल कायांतरित (metamorphic) चट्टानों के ऊपर स्थित होती हैं, जो क्षरण के बाद अवसादी जमाव से ढकी जाती हैं। इन आग्नेय या कायांतरित चट्टानों ने ठंडक, उठाव और क्षरण का अनुभव किया होता है, जिसके बाद उन पर नए अवसादी जमाव जमते हैं।

विषम विन्यास (Unconformity) – मुख्य तथ्य
- Great Unconformity: Grand Canyon का famous example
- परिभाषा: अलग आयु की चट्टानों के बीच gap वाली सतह
- मुख्य प्रकार: 4 types – Angular, Disconformity, Nonconformity, Paraconformity
- Geological significance: Missing time periods का evidence
- Formation process: Erosion, crustal deformation, sea level changes
- James Hutton discovery: 1795 में सबसे पहले interpret किया
- Economic importance: Oil traps और aquifers बनाता है
- Field identification: Fossil gaps, conglomerates, structural discordance
भूवैज्ञानिक जानकारी के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) की आधिकारिक वेबसाइट देखें।
International geological standards के लिए US Geological Survey (USGS) पर जाएं।
Stratigraphy की विस्तृत जानकारी के लिए International Commission on Stratigraphy देखें।
Grand Canyon National Park Geology से Great Unconformity की जानकारी प्राप्त करें।
भूविज्ञान शिक्षा के लिए Earth Science Education resources देखें।