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मध्यप्रदेश मे नर्मदा नदी के अपवाह तंत्र का अध्ययन- मध्यप्रदेश का भूगोल

उद्गम एवं प्रवाह मार्ग

Table of Contents

नर्मदा नदी का उद्गम मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में मैकल पर्वत श्रृंखला की अमरकंटक पहाड़ियों पर स्थित नर्मदा कुंड (समुद्र तल से 1057 मीटर ऊँचाई) से होता है। प्रारंभिक प्रवाह में यह पंखनुमा मैकल पठार पर बहती है और कपिलधारा एवं दुग्धधारा जल प्रपात का निर्माण करती है। अनूपपुर जिले में बहने के पश्चात यह मंडला नगर को घेरती हुई उत्तर दिशा की ओर बहती है। जबलपुर के समीप यह मैदानी भाग में प्रवेश कर दक्षिण दिशा में प्रवाहित होती है, जहाँ यह प्रसिद्ध धुआंधार जलप्रपात का निर्माण करती है। इस क्षेत्र में नदी संगमरमर की संकरी गहरी घाटियों (गॉर्ज) से प्रवाहित होती है, जिसे बंदरकुदनी कहा जाता है।

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उत्तर में विंध्याचल पर्वत श्रृंखला एवं दक्षिण में सतपुड़ा पर्वत श्रेणी के मध्य पश्चिम की ओर प्रवाहित होते हुए यह नर्मदापुरम मैदान में प्रवेश करती है, जहाँ दक्षिण से आकर तवा नदी इसमें मिलती है। इस मैदान के पश्चिमी भाग में यह प्राचीन चट्टानों से निर्मित पहाड़ियों को काटते हुए मान्धाता गार्ज का निर्माण करती है।

मध्यप्रदेश मे नर्मदा नदी के अपवाह तंत्र का अध्ययन- मध्यप्रदेश का भूगोल
मध्यप्रदेश मे नर्मदा नदी के अपवाह तंत्र का अध्ययन- मध्यप्रदेश का भूगोल

नर्मदा नदी का विस्तार एवं प्रवाह मार्ग

नर्मदा नदी निम्नलिखित जिलों से होकर प्रवाहित होती है:
अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, सिवनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, रायसेन, नर्मदापुरम, सीहोर, हरदा, देवास, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, अलीराजपुर।

नदी की कुल लंबाई

  • कुल लंबाई: 1312 किमी (भारत जल संसाधन सूचना प्रणाली के अनुसार 1333 किमी)
  • मध्यप्रदेश में प्रवाह: 1077 किमी (अन्य स्रोतों के अनुसार 1085 किमी)

नर्मदा नदी के अन्य नाम

प्रख्यात भूगोलविद् टॉलमी ने इस नदी को नामादोस कहा है। इसके अन्य नाम निम्नलिखित हैं:

  • मैकल सुता
  • सोमोदेवी
  • शंकर पुत्री (शंकरी)
  • रेवा

नर्मदा नदी की प्रमुख जल विद्युत परियोजनाएँ

  1. सरदार सरोवर परियोजना
  2. इंदिरा सागर परियोजना
  3. ओंकारेश्वर परियोजना
  4. महेश्वर परियोजना

नर्मदा नदी के प्रमुख घाट

  1. महेश्वर घाट (खरगोन)
  2. सेठानी घाट (नर्मदापुरम)
  3. बरमान घाट (नर्मदापुरम)
  4. गौरी घाट एवं तिलवारा घाट (जबलपुर)

नर्मदा नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ

नर्मदा नदी की कुल 41 सहायक नदियाँ हैं, जिनमें 22 बाईं ओर से तथा 19 दाईं ओर से आकर इसमें मिलती हैं।

बाईं ओर से मिलने वाली प्रमुख सहायक नदियाँ

  • बंजर नदी
  • शेर नदी
  • शक्कर नदी
  • दूधी नदी
  • तवा नदी
  • छोटी तवा नदी
  • कुंदी नदी
  • गोई नदी

दाईं ओर से मिलने वाली प्रमुख सहायक नदियाँ

  • हिरन नदी
  • बारना नदी
  • कोलार नदी
  • मान नदी
  • हथिनी नदी
  • चोरल नदी
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नर्मदा नदी की महत्वपूर्ण सहायक नदियाँ एवं उनका भूगर्भीय अध्ययन

दूधी नदी

  • उद्गम स्थल: छिंदवाड़ा जिले में सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला के महादेव पहाड़ी क्षेत्र में स्थित छिंदी गाँव के पश्चिमी भाग से।
  • प्रारंभिक प्रवाह: सांईखेड़ा से उत्तर-पूर्वी दिशा में।
  • अंतिम संगम: 129 किमी प्रवाहित होकर बाईं ओर से नर्मदा में मिलती है।

शक्कर नदी

  • उद्गम स्थल: छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा के निकट।
  • भूगर्भीय विशेषता: यह सतपुड़ा क्षेत्र के महाखड्डू कोयला क्षेत्र को पार करते हुए उत्तर दिशा में बहती हुई नर्मदा में समाहित होती है।
  • सांस्कृतिक महत्व: इसके तट पर गाडरवारा में ओशो का आश्रम स्थित है।

तवा नदी

  • उद्गम स्थल: छिंदवाड़ा जिले में सतपुड़ा पर्वत श्रेणी के चेरकथारी गाँव के पास।
  • कुल लंबाई: 172 किमी
  • प्रमुख सहायक नदी: देनवा नदी
  • धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व: तवा नगर एवं पंचमढ़ी नगर इस नदी के किनारे स्थित हैं।
  • नर्मदा नदी में संगम स्थल: नर्मदापुरम जिले के बांद्राभान में संगम होता है।

गार नदी

  • उद्गम स्थल: सिवनी जिले के लखनादौन क्षेत्र से।
  • प्रवाह: यह कोयले की संकरी घाटी से बहती हुई उत्तर की ओर प्रवाहित होकर नर्मदा में मिलती है।

नर्मदा नदी से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य

  • नर्मदा शब्द संस्कृत भाषा का है, जिसका अर्थ “खुशी का दाता” (Giver of Pleasure) होता है।
  • महासिर मछली (राजकीय मछली) मुख्यतः नर्मदा नदी में पाई जाती है।
  • यह सतपुड़ा एवं विंध्याचल पर्वतमाला के बीच भ्रंश घाटी (Rift Valley) में प्रवाहित होती है।
  • भारत की लंबाई के आधार पर पाँचवीं सबसे बड़ी नदी है।
  • मध्यप्रदेश की सबसे लंबी एवं प्रमुख नदी है।
  • 2017 में इसे “जीवित नदी” (Living River) का दर्जा दिया गया।
  • मध्यप्रदेश की “जीवन रेखा” (Lifeline of Madhya Pradesh) मानी जाती है।
  • यह उत्तर भारत एवं दक्षिण भारत का प्राकृतिक विभाजक (Natural Divider) भी मानी जाती है।
  • इंडिया-नेमावर को माँ नर्मदा का नाभि स्थल माना जाता है।
  • जबलपुर निवासी अमृतलाल बेगड़ को “नर्मदा पुत्र” कहा जाता है।
  • अखरानी एवं मथवार पहाड़ियों के मध्य यह नदी गहरी कंदराओं (Gorges) का निर्माण करती है।
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नर्मदा नदी का अपवाह तंत्र कितना है?

नर्मदा नदी का अपवाह तंत्र लगभग 98,796 वर्ग किमी में फैला हुआ है। यह मुख्य रूप से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में विस्तृत है।

मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा अपवाह तंत्र कौन सा है?

मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा अपवाह तंत्र नर्मदा नदी का है, जिसका विस्तार 98,796 वर्ग किमी में है।

नर्मदा नदी को मध्य प्रदेश की जीवन रेखा क्यों माना जाता है?

नर्मदा नदी मध्य प्रदेश की सबसे लंबी और महत्वपूर्ण नदी है, जो राज्य की जल आपूर्ति, कृषि, उद्योग और पनबिजली उत्पादन में प्रमुख भूमिका निभाती है।

मध्य प्रदेश में नर्मदा सागर परियोजना के क्या प्रभाव हुए हैं?

नर्मदा सागर परियोजना (इंदिरा सागर बांध) ने जल आपूर्ति, सिंचाई और विद्युत उत्पादन में योगदान दिया है, लेकिन इससे विस्थापन और पर्यावरणीय प्रभाव भी पड़े हैं।

मप्र में नर्मदा नदी की सहायक नदियां कौन सी हैं?

नर्मदा की प्रमुख सहायक नदियाँ हैं: तवा, शक्कर, दूधी, हिरन, बारना, कोलार, बंजर आदि।

मध्य प्रदेश की सबसे पवित्र नदी कौन सी है?

मध्य प्रदेश की सबसे पवित्र नदी नर्मदा मानी जाती है, जिसे धार्मिक रूप से माँ नर्मदा कहा जाता है।


नर्मदा नदी पश्चिम की ओर क्यों बहती है?

नर्मदा नदी भ्रंश घाटी में प्रवाहित होती है, जो पश्चिम की ओर ढलान लिए हुए है, इसलिए यह पश्चिम दिशा में बहती है।

नर्मदा नदी का हर पत्थर शिवलिंग क्यों होता है?

मान्यता है कि नर्मदा नदी के पत्थर स्वयंभू शिवलिंग रूप में होते हैं, जिन्हें ‘बाणलिंग’ कहा जाता है।

अपवाह की दृष्टि से सबसे बड़ी नदी कौन सी है?

भारत में अपवाह क्षेत्र की दृष्टि से सबसे बड़ी नदी गंगा है, जिसका अपवाह क्षेत्र 8.6 लाख वर्ग किमी है।

मध्य प्रदेश में सबसे सुंदर नदी कौन सी है?

नर्मदा नदी अपनी घाटियों, झरनों और संगमरमर चट्टानों के कारण मध्य प्रदेश की सबसे सुंदर नदी मानी जाती है।

नर्मदा को मप्र की जीवन रेखा क्यों कहा जाता है?

क्योंकि यह राज्य के कृषि, जल आपूर्ति, और ऊर्जा संसाधनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

क्या तापी और नर्मदा नदी एक ही हैं?

नहीं, तापी नदी का उद्गम सतपुड़ा पहाड़ियों में मुलताई से होता है, जबकि नर्मदा का अमरकंटक से।

नर्मदा नदी की अधिकतम गहराई कितनी है?

नर्मदा नदी की अधिकतम गहराई 30 मीटर से अधिक पाई गई है।

नर्मदा नदी किसकी बेटी है?

पुराणों के अनुसार, नर्मदा नदी को भगवान शिव की मानस पुत्री माना जाता है।

नर्मदा जी के पति कौन थे?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नर्मदा का विवाह नहीं हुआ था, वे शिव को समर्पित हैं।

ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी की गहराई कितनी है?

ओंकारेश्वर में नर्मदा की औसत गहराई 10-15 मीटर के बीच रहती है।

नर्मदा नदी की लंबाई एमपी में कितनी है?

मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी की लंबाई 1077 किमी (अन्य स्रोतों के अनुसार 1085 किमी) है।

नर्मदा नदी पर कुल कितने बांध बने हुए हैं?

नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, महेश्वर सहित कई बड़े और छोटे बांध बने हुए हैं।

नर्मदा का असली नाम क्या है?

नर्मदा के अन्य नाम हैं- रेवा, मैकल सुता, सोमोदेवी, शंकर पुत्री आदि।

नर्मदा नदी किस दिशा में बहती है?

नर्मदा नदी पूर्व से पश्चिम दिशा में बहती है।

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