MP GK और Geography के नजरिए से तमसा नदी (Tamsa River) का बहुत महत्व है। अक्सर स्टूडेंट्स कन्फ्यूज हो जाते हैं कि “तमसा” और “टोंस” अलग-अलग नदियां हैं या एक ही? आपको बता दें कि यह दोनों एक ही नदी के नाम हैं। जिस नदी के किनारे महर्षि वाल्मीकि ने रामायण का पहला श्लोक लिखा था, वह यही पवित्र तमसा नदी है।
अगर आप MPPSC, Patwari या किसी भी सरकारी एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं, तो टोंस नदी का उद्गम (Tamsa River Origin), इसका मुहाना (Mouth) और इस पर बने जलप्रपातों की पूरी जानकारी होना जरुरी है। इस आर्टिकल में हम तमसा नदी के पूरे सफर को विस्तार से जानेंगे।
टोंस नदी का उद्गम
टोंस (Tons) नदी, जिसे तमसा नदी के नाम से भी जाना जाता है, का उद्गम मध्यप्रदेश के मैहर जिले के झुलेरी क्षेत्र में स्थित कैमूर पहाड़ियों से, तमसा कुंड नामक जलाशय से हुआ है। यह नदी प्रारंभ में मैहर एवं सतना जिलों से प्रवाहित होती हुई रीवा जिले में प्रवेश करती है। इस क्षेत्र में यह नदी कैमूर पहाड़ियों की संकरी घाटियों से होकर बहती है, जिससे इसका प्रवाह तीव्र हो जाता है। तत्पश्चात, यह उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर प्रयागराज के निकट गंगा नदी में विलीन हो जाती है।

Geographical Flow & Route (नदी का बहाव क्षेत्र):
तमसा कुंड से निकलने के बाद, यह नदी पथरीले रास्तों से होकर बहती है। शुरुआत में यह मैहर और सतना के इलाकों से गुजरती है और फिर रीवा (Rewa) के पठारी भाग में प्रवेश करती है।
रीवा का पठार (Plateau of Rewa) इस नदी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यहीं पर यह नदी पहाड़ियों से नीचे गिरती है और मध्य प्रदेश के कुछ सबसे ऊँचे और सुंदर जलप्रपातों (Waterfalls) का निर्माण करती है। मध्य प्रदेश से निकलने के बाद यह नदी उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है।
तमसा नदी का ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्त्व
तमसा नदी और रामायण की शुरुआत (Valmiki’s First Shloka)
क्या आप जानते हैं कि दुनिया के सबसे बड़े महाकाव्य Ramayana की रचना तमसा नदी के तट पर ही शुरू हुई थी? जी हाँ, यह नदी सिर्फ पानी का स्रोत नहीं, बल्कि साहित्य (Literature) का जन्मस्थान भी है।
The Story of Krauncha Vadh: पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार महर्षि वाल्मीकि (Maharishi Valmiki) तमसा नदी में स्नान करने आए थे। वहाँ उन्होंने क्रौंच पक्षियों (Sarus Cranes) के एक जोड़े को प्रेम करते हुए देखा। तभी एक शिकारी (Hunter) ने नर पक्षी को बाण मार दिया।
यह दृश्य देखकर वाल्मीकि जी के मुख से संस्कृत का पहला श्लोक (First Shloka of Sanskrit) फूट पड़ा: “मा निषाद प्रतिष्ठां त्वमगमः शाश्वतीः समाः“
टोंस नदी का उल्लेख प्राचीन भारतीय ग्रंथों एवं पुराणों में तमसा के नाम से हुआ है।
- मार्कण्डेय पुराण
- मत्स्य पुराण
- वाल्मीकि रामायण
- वामन पुराण
- वायु पुराण
इन ग्रंथों में इस नदी को पवित्र तथा धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना गया है।
टोंस नदी पर स्थित जलप्रपात कौन-कौन (Which ones) से हैं?
टोंस नदी एवं इसकी सहायक नदियों पर अनेक प्राकृतिक जल प्रपात स्थित हैं, जो भौगोलिक एवं पर्यावरणीय दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
| जल प्रपात | नदी | स्थिति |
|---|---|---|
| पूर्वा जलप्रपात | टोंस नदी | मध्यप्रदेश |
| चचाई जलप्रपात | बीहड़ नदी | मध्यप्रदेश |
| केवटी जलप्रपात | महाना नदी | मध्यप्रदेश |
| बहुती जलप्रपात | सेलर नदी | मध्यप्रदेश |
(नोट: चचाई, केवटी और बहुती जलप्रपात टोंस की सहायक नदियों पर बनते हैं, लेकिन ये सभी टोंस अपवाह तंत्र (Drainage System) का ही हिस्सा हैं।)
Tributaries and Confluence (सहायक नदियाँ और मुहाना):
कोई भी बड़ी नदी अकेले नहीं बहती, उसमें कई छोटी नदियां मिलती हैं। टोंस की प्रमुख सहायक नदियां (Tributaries) हैं:
- बीहड़ नदी (Bihad River)
- महाना नदी (Mahana River)
- बेलन नदी (Belan River)
विशेष टिप्पणी:
- मऊगंज जिला पोर्टल के अनुसार सेलर नदी को बीहड़ नदी की सहायक नदी बताया गया है।
- अन्य प्रकाशित पुस्तकों के अनुसार, सेलर नदी बेलन नदी की सहायक नदी मानी जाती है।
कहाँ खत्म होती है यह नदी? (Confluence)
लगभग 264 किलोमीटर (कुछ स्रोतों में 320 किमी) का सफर तय करने के बाद, टोंस नदी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (इलाहाबाद) जिले में प्रवेश करती है। यहाँ सिरसा (Sirsa) नामक स्थान पर यह गंगा नदी में मिल जाती है।
निष्कर्ष
टोंस (तमसा) नदी भौगोलिक, ऐतिहासिक एवं धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल प्राकृतिक जल स्रोत के रूप में कार्य करती है, बल्कि इसके तटवर्ती क्षेत्र में अनेक धार्मिक मान्यताएँ भी प्रचलित हैं। इसके प्रवाह क्षेत्र में स्थित जल प्रपात पर्यावरणीय सौंदर्य को बढ़ाते हैं एवं पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं। वर्तमान में इस नदी के जल संसाधनों का संरक्षण एवं सतत प्रबंधन आवश्यक है ताकि इसकी प्राकृतिक संपदा बनी रहे।
PYQs
Q1. टोंस (तमसा) नदी का उद्गम स्थल मध्य प्रदेश की किस पर्वत श्रेणी से होता है?
(Where is the origin of Tons River?)
A. विन्ध्याचल श्रेणी (Vindhyachal Range)
B. सतपुड़ा श्रेणी (Satpura Range)
C. कैमूर पहाड़ियां (Kaimur Hills)
D. मैकाल श्रेणी (Maikal Range)
Correct Answer: C (कैमूर पहाड़ियां / Kaimur Hills)
Detailed Explanation:
टोंस नदी का उद्गम कैमूर श्रेणी (जो विंध्याचल श्रेणी का ही एक पूर्वी विस्तार है) से होता है। विशेष रूप से, यह मध्य प्रदेश के मैहर-सतना क्षेत्र में स्थित तमसा कुंड जलाशय से निकलती है।
भौगोलिक संदर्भ: हालांकि विंध्याचल मूल श्रेणी है, लेकिन विशिष्ट भौगोलिक उद्गम बिंदु कैमूर पहाड़ियों के कगार (scarp) के भीतर है। यह अंतर उन भूगोल प्रश्नों के लिए महत्वपूर्ण है जहाँ दोनों विकल्प मौजूद होते हैं।
Q2. रामायण काल में टोंस नदी को किस प्राचीन नाम से जाना जाता था?
(What was the ancient name of Tons River in Ramayana era?)
A. रेवा (Reva)
B. हिरण्यबाहु (Hiranyabahu)
C. तमसा (Tamsa)
D. चर्मण्वती (Charmanwati)
Correct Answer: C (तमसा / Tamsa)
Detailed Explanation:
प्राचीन ग्रंथों और रामायण में, इस नदी को तमसा कहा गया है। इसका महत्वपूर्ण पौराणिक महत्व है क्योंकि **महर्षि वाल्मीकि** का आश्रम इसी नदी के तट पर स्थित था।
विकल्प विश्लेषण: ‘रेवा’ नर्मदा का प्राचीन नाम है, और ‘चर्मण्वती’ चंबल नदी को संदर्भित करता है।
Q3. टोंस नदी का मुहाना (Mouth) कहाँ स्थित है?
(Where does the Tons River end/merge?)
A. यमुना नदी में (इटावा के पास)
B. गंगा नदी में (सिरसा, प्रयागराज के पास)
C. सोन नदी में (शहडोल के पास)
D. नर्मदा नदी में (जबलपुर के पास)
Correct Answer: B (गंगा नदी में, सिरसा के पास / Into River Ganga near Sirsa)
Detailed Explanation:
टोंस गंगा की एक प्रमुख सहायक नदी है। यह मध्य प्रदेश से उत्तर-पूर्व की ओर बहती है और उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है, और अंत में प्रयागराज (इलाहाबाद) के पास सिरसा में गंगा नदी में मिल जाती है।
Q4. मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध ‘पूर्वा जलप्रपात’ (Purwa Waterfall) किस नदी पर स्थित है?
(On which river is Purwa Falls located?)
A. बीहड़ नदी (Bihad River)
B. केन नदी (Ken River)
C. टोंस नदी (Tons River)
D. ओड्डा नदी (Odda River)
Correct Answer: C (टोंस नदी / Tons River)
Detailed Explanation:
पूर्वा जलप्रपात रीवा जिले में सीधे टोंस नदी की मुख्य धारा पर स्थित है। यहाँ नदी रीवा के पठार से नीचे उतरती है, जिससे लगभग 70 मीटर का एक शानदार झरना बनता है।
सामान्य भ्रम: कई छात्र पूर्वा को चचाई जलप्रपात के साथ भ्रमित करते हैं। चचाई बीहड़ नदी (एक सहायक नदी) पर है, जबकि पूर्वा मुख्य टोंस नदी पर है।
Q5. निम्न में से कौन सी नदी टोंस (Tons) की सहायक नदी नहीं है?
(Which of the following is NOT a tributary of Tons River?)
A. बीहड़ (Bihad)
B. महाना (Mahana)
C. बेलन (Belan)
D. तवा (Tawa)
Correct Answer: D (तवा / Tawa)
Detailed Explanation:
तवा नदी नर्मदा नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है, जो होशंगाबाद जिले में स्थित है। यह नर्मदा अपवाह तंत्र का हिस्सा है।
टोंस तंत्र: बीहड़, महाना और बेलन सभी टोंस अपवाह तंत्र के अभिन्न अंग हैं, जो रीवा पठार से होकर बहते हैं।
Q6. रीवा का पठार (Rewa Plateau) किस नदी के अपवाह तंत्र का प्रमुख हिस्सा है?
(Rewa Plateau is a major part of which river’s drainage system?)
A. चंबल अपवाह तंत्र
B. टोंस अपवाह तंत्र
C. ताप्ती अपवाह तंत्र
D. महानदी अपवाह तंत्र
Correct Answer: B (टोंस अपवाह तंत्र / Tons Drainage System)
Detailed Explanation:
रीवा का पठार मुख्य रूप से टोंस और उसकी सहायक नदियों द्वारा अपवाहित होता है। इस पठार की भूगर्भीय संरचना में नरम चट्टानों के ऊपर कठोर चट्टान की परतें हैं, यही कारण है कि यह विशिष्ट अपवाह तंत्र पठार से नीचे उतरते समय कई जलप्रपातों (चचाई, केवटी, पूर्वा) का निर्माण करता है।
Q7. वाल्मीकि रामायण का प्रथम श्लोक किस नदी के तट पर उच्चारित हुआ था?
(On the banks of which river was the first verse of Valmiki Ramayana uttered?)
A. सरयू
B. गंगा
C. गोदावरी
D. तमसा
Correct Answer: D (तमसा / Tamasa)
Detailed Explanation:
संस्कृत साहित्य का पहला श्लोक, “मा निषाद…”, महर्षि वाल्मीकि द्वारा तमसा नदी के तट पर उच्चारित किया गया था। यह घटना तब हुई जब उन्होंने एक शिकारी को क्रौंच पक्षी (सारस) के जोड़े में से नर पक्षी को मारते हुए देखा, जिससे रामायण की रचना की प्रेरणा मिली।
Q8. टोंस नदी की कुल लंबाई (Total Length) लगभग कितनी मानी जाती है?
(What is the approximate total length of Tons River?)
A. 960 किमी
B. 780 किमी
C. 264 किमी
D. 110 किमी
Correct Answer: C (264 किमी / 264 km)
Detailed Explanation:
हालांकि अलग-अलग स्रोतों में जल विज्ञान संबंधी डेटा थोड़ा भिन्न हो सकता है (264 से 320 किमी तक), लेकिन मैहर से सिरसा तक टोंस नदी की लंबाई के लिए मध्य प्रदेश भूगोल की परीक्षाओं में 264 किमी को मानक शैक्षणिक आंकड़ा माना जाता है।
Q9. ‘चचाई जलप्रपात’ (Chachai Falls), जो टोंस अपवाह तंत्र का हिस्सा है, किस नदी पर बना है?
(On which river is Chachai Falls located?)
A. टोंस
B. बीहड़
C. महाना
D. सोन
Correct Answer: B (बीहड़ / Bihad)
Detailed Explanation:
चचाई जलप्रपात रीवा में बीहड़ नदी पर स्थित है। यह मध्य प्रदेश के सबसे ऊंचे जलप्रपातों में से एक है (
मीटर ≈130 मीटर )। बीहड़ एक सहायक नदी है जो अंततः टोंस में मिलती है, जिससे यह व्यापक टोंस तंत्र का हिस्सा बन जाती है, लेकिन यह जलप्रपात पूरी तरह से बीहड़ नदी पर है।
FAQs
तमसा नदी का उद्गम स्थल कहाँ है?
तमसा नदी, जिसे टोंस नदी भी कहा जाता है, मध्यप्रदेश के मैहर जिले के झुलेरी क्षेत्र में स्थित कैमूर पहाड़ियों से, तमसा कुंड नामक जलाशय से निकलती है।
तमसा नदी का दूसरा नाम क्या है?
तमसा नदी को टोंस नदी के नाम से भी जाना जाता है।
टोंस नदी का इतिहास क्या है?
टोंस नदी का उल्लेख प्राचीन भारतीय ग्रंथों जैसे वाल्मीकि रामायण, मार्कण्डेय पुराण, मत्स्य पुराण, वामन पुराण और वायु पुराण में मिलता है। इसे धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है।
टोंस नदी पर बिहार जलप्रपात किस राज्य में स्थित है?
टोंस नदी पर स्थित चचाई जलप्रपात, केवटी जलप्रपात और बहुती जलप्रपात मध्यप्रदेश में स्थित हैं।
टोंस नदी गंगा में कहाँ मिलती है?
टोंस नदी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के निकट गंगा नदी में मिलती है।