सुनीता विलियम्स

सुनीता विलियम्स (जन्म: सुनीता पांड्या, 19 सितंबर 1965) एक प्रतिष्ठित अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री, संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना की सेवानिवृत्त अधिकारी तथा वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की कमांडर हैं। वह अनुभवी स्पेसवॉकरों में से एक हैं, जिन्होंने नौ बाह्य अंतरिक्ष गतिविधियाँ (EVA) पूरी की हैं, जो किसी भी महिला अंतरिक्ष यात्री के लिए दूसरा सर्वोच्च रिकॉर्ड है। उनकी कुल EVA अवधि 62 घंटे 6 मिनट है, जिससे वह कुल अंतरिक्षवॉक घंटों के मामले में शीर्ष महिला अंतरिक्ष यात्री तथा विश्व स्तर पर चौथे स्थान पर हैं। विलियम्स ने ISS के कई अभियानों में भाग लिया है, जिनमें एक्सपीडिशन 14, 15, 32 और 33 शामिल हैं। वर्ष 2024 में, उन्होंने बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की पहली मानवयुक्त उड़ान में भाग लिया। तकनीकी समस्याओं के कारण, उनकी पृथ्वी वापसी 16 मार्च 2025 तक स्थगित कर दी गई है।
प्रारंभिक जीवन एवं शैक्षिक पृष्ठभूमि
सुनीता विलियम्स का जन्म यूक्लिड, ओहायो में हुआ था, लेकिन वह नीडहम, मैसाचुसेट्स को अपना गृहनगर मानती हैं। उनके पिता, दीपक पांड्या, गुजरात के मेहसाणा जिले से भारतीय मूल के तंत्रिका वैज्ञानिक थे, जबकि उनकी माँ, उर्सुलिन बोनी पांड्या (नी ज़ालोकर), स्लोवेनियाई मूल की थीं। उनके माता-पिता फैमथ, मैसाचुसेट्स में बस गए थे। वह अपने परिवार में सबसे छोटी हैं, उनके एक बड़े भाई, जय थॉमस, और एक बहन, दीना आनन्द हैं।
विलियम्स का पैतृक संबंध झुलासन, मेहसाणा से है, जबकि उनकी मातृ विरासत स्लोवेनियाई है। अपनी सांस्कृतिक पहचान को सम्मान देने के लिए, उन्होंने अंतरिक्ष में स्लोवेनियाई झंडा, समोसा और कार्नियोलन सॉसेज ले जाया था। उन्हें अमेरिका में “सुनी” और स्लोवेनिया में “सोंचका” के रूप में जाना जाता है।
उन्होंने वर्ष 1983 में नीडहम हाई स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और 1987 में यूनाइटेड स्टेट्स नेवल एकेडमी से भौतिक विज्ञान में स्नातक (बी.एस.) उपाधि प्राप्त की। 1995 में, उन्होंने फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग प्रबंधन में मास्टर ऑफ साइंस (एम.एस.) की उपाधि अर्जित की।
नौसेना सेवा एवं विमानन करियर
सुनीता विलियम्स को मई 1987 में अमेरिकी नौसेना में एनसाइन के रूप में नियुक्ति मिली। छह महीने की अस्थायी नियुक्ति के बाद, उन्हें बेसिक डाइविंग ऑफिसर के रूप में नामित किया गया। इसके पश्चात उन्होंने नेवल एयर ट्रेनिंग कमांड से नौसैनिक एविएटर के रूप में जुलाई 1989 में अपने पंख अर्जित किए।
उन्होंने हेलिकॉप्टर कॉम्बैट सपोर्ट स्क्वाड्रन 3 (HC-3) में H-46 सी नाइट हेलिकॉप्टर पर प्रशिक्षण प्राप्त किया और बाद में नॉरफोक, वर्जीनिया में हेलिकॉप्टर कॉम्बैट सपोर्ट स्क्वाड्रन 8 (HC-8) में तैनात हुईं, जहाँ उन्होंने ऑपरेशन डेजर्ट शील्ड और ऑपरेशन प्रोवाइड कम्फर्ट के दौरान भूमध्य सागर, लाल सागर और फारस की खाड़ी में मिशनों में भाग लिया।
1992 में, उन्होंने मियामी, फ्लोरिडा में आए विनाशकारी तूफान एंड्रयू के बाद राहत प्रयासों में H-46 टुकड़ी का नेतृत्व किया। इसके बाद, उन्होंने अमेरिकी नौसेना टेस्ट पायलट स्कूल में प्रशिक्षण शुरू किया और दिसंबर 1993 में इसे पूरा किया। उन्हें रोटरी विंग एयरक्राफ्ट टेस्ट डायरेक्टरेट में परियोजना अधिकारी एवं V-22 चेज़ पायलट के रूप में नियुक्त किया गया, जहाँ उन्होंने SH-60B/F, UH-1, AH-1W, SH-2, VH-3, CH-53 और H-57 सहित कई विमान परीक्षण किए।
1995 में, विलियम्स ने अमेरिकी नौसेना टेस्ट पायलट स्कूल में प्रशिक्षक के रूप में कार्य किया और UH-60, OH-6, और OH-58 हेलीकॉप्टर उड़ाए। बाद में, उन्होंने USS साइपेन पर एयरक्राफ्ट हैंडलर और असिस्टेंट एयर बॉस के रूप में सेवा दी। जून 1998 में उनकी तैनाती के दौरान, उन्हें NASA के अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए चुना गया। अपनी सैन्य सेवा के दौरान, उन्होंने 30 से अधिक विमान प्रकारों में 3,000 से अधिक उड़ान घंटे पूरे किए। वह 2017 में नौसेना से सेवानिवृत्त हुईं।
नासा करियर एवं अंतरिक्ष मिशन
STS-116 मिशन एवं एक्सपीडिशन 14 एवं 15
सुनीता विलियम्स 9 दिसंबर 2006 को स्पेस शटल डिस्कवरी (STS-116) के माध्यम से पहली बार अंतरिक्ष में गईं और ISS के एक्सपीडिशन 14 दल में शामिल हुईं। अप्रैल 2007 में चालक दल के पुनर्गठन के साथ, वह एक्सपीडिशन 15 में स्थानांतरित हो गईं।
उन्होंने अपने बाल “लॉक्स ऑफ लव” चैरिटी को दान करने के लिए कटवाए, जिसे अंतरिक्ष यात्री जोन हिग्गिनबॉथम ने अंतरिक्ष में काटा। उन्होंने STS-116 मिशन के आठवें दिन अपना पहला स्पेसवॉक किया और तीन अन्य स्पेसवॉक मिशन विशेषज्ञ माइकल लोपेज़-एलेग्रिया के साथ पूरे किए।
उनकी कुल EVA अवधि 29 घंटे और 17 मिनट हो गई, जिससे उन्होंने महिला अंतरिक्ष यात्रियों में सर्वाधिक स्पेसवॉक समय का रिकॉर्ड कायम किया। हालांकि, दिसंबर 2007 में पैगी व्हिटसन ने उन्हें 32 घंटे 36 मिनट की कुल EVA अवधि के साथ पीछे छोड़ दिया।
उनका पृथ्वी वापसी मिशन STS-117 के माध्यम से जून 2007 में पूरा हुआ, जहाँ प्रतिकूल मौसम के कारण उन्हें केनेडी स्पेस सेंटर के बजाय एडवर्ड्स एयर फ़ोर्स बेस, कैलिफ़ोर्निया में उतरना पड़ा।
स्पेस मैराथन रिकॉर्ड
16 अप्रैल 2007 को, सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में मैराथन पूरा करने वाली पहली अंतरिक्ष यात्री बनीं। उन्होंने ISS के अंदर ट्रेडमिल का उपयोग करते हुए बोस्टन मैराथन पूरा किया, जिसे 4 घंटे 24 मिनट में समाप्त किया।
2024 में बोइंग स्टारलाइनर मिशन
2024 में, उन्होंने बोइंग स्टारलाइनर की पहली मानवयुक्त परीक्षण उड़ान में भाग लिया, जिससे वह कक्षा में किसी अंतरिक्ष यान का परीक्षण उड़ान संचालित करने वाली पहली महिला बनीं। हालांकि, तकनीकी समस्याओं के कारण उनकी वापसी 2025 तक टाल दी गई है।
सम्मान एवं पुरस्कार
- पद्म भूषण (भारत, 2008)
- डिफेंस सुपीरियर सर्विस मेडल
- लीजन ऑफ मेरिट
- नासा स्पेसफ्लाइट मेडल
- गोल्डन ऑर्डर फॉर मेरिट्स (स्लोवेनिया, 2013)
- BBC की 100 प्रभावशाली महिलाएँ सूची (2024)
FAQs
सुनीता विलियम्स किस लिए प्रसिद्ध हैं?
सुनीता विलियम्स एक नासा अंतरिक्ष यात्री, सेवानिवृत्त अमेरिकी नौसेना अधिकारी और रिकॉर्ड-धारी स्पेसवॉकर के रूप में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने कुल 62 घंटे 6 मिनट के नौ स्पेसवॉक पूरे किए हैं।
इस समय अंतरिक्ष में कौन फंसा हुआ है?
सुनीता विलियम्स और उनके सह-यात्री बुच विलमोर इस समय ISS में हैं। उनकी बोइंग स्टारलाइनर उड़ान में तकनीकी समस्याओं के कारण उनकी वापसी मार्च 2025 तक स्थगित कर दी गई है।
नासा ने जून 1998 में सुनीता विलियम्स को क्यों चुना?
नासा ने उन्हें उनकी उड्डयन और परीक्षण पायलट के रूप में व्यापक अनुभव के कारण चुना। उन्होंने 30 विभिन्न प्रकार के विमानों में 3,000 से अधिक उड़ान घंटे दर्ज किए थे।
सुनीता विलियम्स क्या खा रही हैं?
सुनीता विलियम्स एक शाकाहारी हैं और अंतरिक्ष में टोफू, दाल, चावल और सूखे सब्जियों जैसे पौधे-आधारित खाद्य पदार्थ खाती हैं।
9 दिसंबर 2006, सुनीता विलियम्स के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
यह वह दिन था जब वह पहली बार स्पेस शटल डिस्कवरी के STS-116 मिशन के माध्यम से अंतरिक्ष में गईं।
सुनीता विलियम्स अभी भी जिंदा हैं क्या?
हाँ, सुनीता विलियम्स जीवित हैं और वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में हैं।
सुनीता विलियम्स पृथ्वी से कितनी दूर गई थीं?
सुनीता विलियम्स ने ISS तक की यात्रा की थी, जो पृथ्वी से लगभग 400 किमी (250 मील) की ऊँचाई पर स्थित है।
सुनीता विलियम्स के पति कौन थे?
सुनीता विलियम्स के पति माइकल जे. विलियम्स हैं, जो एक संघीय मार्शल हैं।
सुनीता विलियम्स ने चांद पर कितने दिन बिताए थे?
सुनीता विलियम्स कभी चंद्रमा पर नहीं गईं। उन्होंने केवल अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर समय बिताया है।
अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा दिन रहने वाली भारतीय महिला कौन है?
अब तक, सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने वाली भारतीय मूल की महिला हैं।
सुनीता विलियम्स क्यों फंसी हुई थीं?
2024 में बोइंग स्टारलाइनर की पहली मानवयुक्त उड़ान में शामिल होने के बाद तकनीकी समस्याओं के कारण उनकी पृथ्वी पर वापसी में देरी हो गई थी।
अंतरिक्ष में कौन फंसा है?
सुनीता विलियम्स और उनके सह-यात्री बुच विलमोर वर्तमान में ISS में हैं और तकनीकी समस्याओं के कारण मार्च 2025 तक वहीं रहने की संभावना है।
सुनीता विलियम्स क्या खाती हैं अंतरिक्ष में?
सुनीता विलियम्स शाकाहारी हैं और अंतरिक्ष में टोफू, दाल, चावल और सूखी सब्जियाँ खाती हैं।
सुनीता विलियम्स को पृथ्वी पर कब वापस आना था?
उन्हें 2024 में वापस आना था, लेकिन तकनीकी कारणों से उनकी वापसी मार्च 2025 तक स्थगित कर दी गई है।
सुनीता विलियम्स कितने दिन अंतरिक्ष में रही हैं?
अब तक, सुनीता विलियम्स 322 दिनों से अधिक समय अंतरिक्ष में बिता चुकी हैं।
सुनीता विलियम्स की उत्कृष्ट उपलब्धियाँ क्या रहीं?
उन्होंने कुल 62 घंटे 6 मिनट के नौ स्पेसवॉक पूरे किए हैं। अंतरिक्ष में पहली महिला मैराथन पूरी की। ISS की कमांडर बनने वाली दूसरी महिला बनीं।
कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स कौन थीं?
कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स दोनों भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री थीं। कल्पना चावला पहली भारतीय महिला थीं जिन्होंने अंतरिक्ष यात्रा की, जबकि सुनीता विलियम्स भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं।
सुनीता विलियम्स ने पृथ्वी से कितनी दूरी तय की थी?
सुनीता विलियम्स ने ISS पर रहते हुए कई परिक्रमाएँ कीं, जिससे उनकी कुल यात्रा लाखों किलोमीटर की रही।
सुनीता विलियम्स से क्या प्रेरणा मिलती है?
उनकी सफलता से यह प्रेरणा मिलती है कि मेहनत, समर्पण और साहस से कोई भी बड़ा लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा दिन रहने वाला व्यक्ति कौन है?
गिन्नी पदाल्का ने अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा 878 दिन बिताए हैं।
सुनीता विलियम्स अब कहाँ हैं?
सुनीता विलियम्स इस समय अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में हैं।
सुनीता विलियम्स वापस कब आएंगी?
उनकी वापसी 16 मार्च 2025 तक होने की संभावना है।