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केरल

केरल

केरल, जिसे “भगवान के अपने देश” के रूप में जाना जाता है, भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट पर स्थित एक सुंदर राज्य है, जिसका गठन 1 नवंबर, 1956 को हुआ था। यह अपनी शांत बैकवाटर, हरे-भरे नारियल के पेड़ों, रेतीले समुद्र तटों और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए विश्व प्रसिद्ध है। तिरुवनंतपुरम, जिसे पहले त्रिवेंद्रम के नाम से जाना जाता था, केरल की राजधानी है और यह एक महत्वपूर्ण शैक्षिक और वाणिज्यिक केंद्र है। राज्य की राजभाषा मलयालम है, और यहाँ की साक्षरता दर भारत में सबसे अधिक है, जो इसे शिक्षा के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य बनाती है। केरल अपनी आयुर्वेदिक चिकित्सा, कथकली और मोहिनीअट्टम जैसे शास्त्रीय नृत्यों, और ओणम जैसे रंगीन त्योहारों के लिए प्रसिद्ध है। यह राज्य मसालों का एक प्रमुख उत्पादक है, और इसे “मसालों का बगीचा” भी कहा जाता है। केरल का लिंगानुपात भी भारत में सबसे अच्छा है, जो लैंगिक समानता के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण इसे पर्यटकों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बनाते हैं।

राज्य:केरल
गठन:1 नवंबर, 1956
राजधानी:तिरुवनंतपुरम (त्रिवेन्द्रम)
राजभाषा:मलयालम
राजकीय पशु:हाथी
राजकीय मछली:ग्रीन क्रोमाइड
राजकीय पक्षी:ग्रेट हार्नबिल (धनेश)
राजकीय वृक्ष:नारियल
राजकीय पुष्प:पलाश
प्रमुख शास्त्रीय नृत्य:कथकली तथा मोहिनीअट्टम
राजकीय फल:कटहल
राजकीय फूल:अमलताश
मुख्य त्योहार:ओणम
विधानसभा सदस्यों की संख्या:140
लोकसभा में सदस्यों की संख्या:20
राज्यसभा में सदस्यों की संख्या:9

Important Points:

सीमा से लगने वाले राज्य (2):- कर्नाटक, तमिलनाडु
केरल को मसालों का बगीचा भी कहते हैं।
केरल की साक्षरता दर:- 94%
केरल का लिंगानुपात:- 1084

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