सतपुड़ा-मैकाल श्रेणी (Satpura-Maikal Range)
सतपुड़ा-मैकाल श्रेणी का विस्तार नर्मदा एवं ताप्ती नदियों के मध्य, विंध्याचल पर्वत के समानांतर पूर्व से पश्चिम दिशा में है। इसे दो भागों में विभाजित किया गया है:
- सतपुड़ा श्रेणी
- मैकाल श्रेणी
सतपुड़ा श्रेणी नर्मदा, सोन तथा दक्कन के पठार के मध्य जल विभाजक का कार्य करती है। इसकी कुल लंबाई लगभग 900 किमी है। इस क्षेत्र की सर्वोच्च चोटी धूपगढ़ (1,350 मीटर) है, जो महादेव श्रेणी में स्थित है। प्रमुख नदियों में ताप्ती, वेनगंगा, तवा, शक्कर, वर्धा आदि सम्मिलित हैं। यहाँ की मुख्य मृदाएँ काली, गहरी काली, लाल एवं पीली हैं। इस श्रेणी का पश्चिमी भाग 50% वनों से आच्छादित है।

अरावली श्रृंखला (Aravalli Range)
यह पर्वतमाला गुजरात के पालनपुर से लेकर दिल्ली तक लगभग 800 किमी तक विस्तृत है। इसका निर्माण मुख्य रूप से पुरा-कैम्ब्रियन युगीन क्वार्ट्जाइट, नीस तथा शिस्ट शैलों से हुआ है। इस श्रृंखला की अधिकतम ऊँचाई गुरुशिखर (1,722 मीटर) है, जो माउंट आबू में स्थित है।
इस क्षेत्र में लूनी, बनास तथा इसकी सहायक नदियाँ प्रवाहित होती हैं। ऐतिहासिक दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण भू-आकृतिक संरचना है, जो पूर्व में एक विशाल पर्वत श्रेणी थी, किंतु अपरदन के कारण वर्तमान में छोटी पहाड़ियों के रूप में शेष रह गई है।
आबू श्रेणी (Abu Range)
राजस्थान एवं गुजरात की सीमा पर स्थित यह श्रेणी अरावली पर्वत का ही विस्तार मानी जाती है। इस क्षेत्र की सबसे ऊँची चोटी ‘गुरुशिखर’ (1,722 मीटर) है। इसे मरुस्थल का मरुद्यान (Oasis in the Desert) भी कहा जाता है। इस पर्वतमाला में माउंट आबू स्थित है, जो एक प्रमुख पर्यटन केंद्र और जैन धर्म का धार्मिक स्थल है।
गिरनार पहाड़ी (Girnar Hills)
गुजरात राज्य के दक्षिण-पश्चिम भाग में स्थित गिरनार पहाड़ी, गिर पर्वत श्रेणी का हिस्सा है। यह क्षेत्र काठियावाड़ प्रायद्वीप में आता है। इस पहाड़ी का उत्तर-पश्चिमी भाग जूनागढ़ जिले में स्थित है। यहाँ की जलवायु मानसूनी हवाओं से प्रभावित होती है, जिससे तापमान में अत्यधिक उतार-चढ़ाव नहीं होता। इस क्षेत्र में प्रमुख रूप से काली एवं मिश्रित मृदा पाई जाती है।
विंध्याचल पर्वत (Vindhyachal Mountain)
यह पर्वतमाला गुजरात से लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार और उड़ीसा तक विस्तृत है। यह गंगा और सोन घाटी के मध्य स्थित है। विंध्य पर्वतमाला की ऊँचाई 300 से 650 मीटर तक होती है। इसका पश्चिमी भाग दक्कन ट्रैप से निर्मित है।
इस क्षेत्र से प्रवाहित प्रमुख नदियाँ चंबल, बेतवा, केन आदि हैं। इसका पूर्वी भाग मैकाल श्रेणी से जुड़ा हुआ है। यहाँ की चट्टानें विंध्य क्रम की बालू-पत्थर और क्वार्ट्जाइट से बनी हैं।
राजमहल की पहाड़ियाँ (Rajmahal Hills)
यह पर्वतमाला झारखंड राज्य के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है, विशेष रूप से साहिबगंज एवं गोड्डा जिलों में फैली हुई है। इसका निर्माण दक्कन लावा प्रवाह के कारण हुआ था। इस क्षेत्र में आर्कियन और कुडप्पा चट्टानें भी पाई जाती हैं। गंगा नदी इस पहाड़ी के उत्तरी भाग से प्रवाहित होती है। यहाँ पर संथाल जनजातियों की बहुलता देखने को मिलती है।
सतपुड़ा पर्वत (Satpura Mountain)
सतपुड़ा पर्वत श्रेणी नर्मदा और तापी नदी के मध्य स्थित है। इसका विस्तार रतनपुर से अमरकंटक तक 900 किमी तक है। इस क्षेत्र की औसत ऊँचाई 770 मीटर है। इसकी सर्वोच्च चोटी धूपगढ़ (1,350 मीटर) पंचमढ़ी के निकट स्थित है।
इस पर्वत श्रृंखला को तीन भागों में बाँटा गया है:
- राजपीपला पहाड़ियाँ (पश्चिम में)
- महादेव पहाड़ियाँ (मध्य में)
- मैकाल श्रेणी (पूर्व में)
इस क्षेत्र में नर्मदा, वेनगंगा, वर्धा, तापी जैसी महत्वपूर्ण नदियाँ बहती हैं। यह भूभाग ज्वालामुखीय गतिविधियों से प्रभावित रहा है, जिससे यहाँ पर दक्कन ट्रैप का लावा प्रवाह देखने को मिलता है।
गावीलगढ़ की पहाड़ियाँ (Gawilgarh Hills)
यह पहाड़ियाँ सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला का एक भाग हैं, जो महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित हैं। इस क्षेत्र में अनेक जनजातियाँ निवास करती हैं, जिनका मुख्य आजीविका स्रोत वन एवं प्राकृतिक संसाधन हैं। यह पर्वतमाला अजंता श्रेणी के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है।
महादेव पहाड़ियाँ (Mahadev Hills)
सतपुड़ा पर्वतमाला के उत्तरी भाग तथा मध्य प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र में महादेव पहाड़ियाँ स्थित हैं। इन पर्वतों का निर्माण कार्बोनिफेरस युग में हुआ था। इस क्षेत्र में बालू पत्थर की शैलें प्रमुखता से पाई जाती हैं। यहाँ के वन क्षेत्र में मुख्यतः टीक एवं साल के वृक्ष पाए जाते हैं। यह श्रेणी सतपुड़ा पर्वतमाला का सर्वोच्च भाग है, जिसमें पचमढ़ी स्थित है।
मैकाल श्रेणी (Maikal Range)
मैकाल श्रेणी, सतपुड़ा पर्वतमाला का पश्चिमी विस्तार है, जो छत्तीसगढ़ तक फैली हुई है। इसकी ऊँचाई 340 से 940 मीटर के मध्य है। ऊँचाई के कारण यहाँ का जलवायु स्वास्थ्यवर्द्धक है। इस श्रेणी में घने उष्णकटिबंधीय वन पाए जाते हैं तथा जनसंख्या घनत्व बहुत कम है। यहाँ से नर्मदा एवं वेणगंगा नदियों की कई सहायक धाराएँ निकलती हैं। इस क्षेत्र की प्रमुख जनजातियाँ बैगा और गोंड हैं।
मैकाल श्रेणी के पूर्वी क्षेत्र में अचानकमार वन्यजीव अभयारण्य (छत्तीसगढ़) स्थित है, जबकि पश्चिम में मेलघाट टाइगर रिज़र्व (महाराष्ट्र) अवस्थित है। इस क्षेत्र में प्रमुख रूप से बॉक्साइट खनिज पाया जाता है। प्रसिद्ध कान्हा राष्ट्रीय उद्यान भी इसी श्रेणी में स्थित है।
अजंता पर्वतमाला (Ajanta Range)
ताप्ती नदी के दक्षिण में पूर्व-पश्चिम दिशा में विस्तृत यह पर्वतमाला महाराष्ट्र राज्य में स्थित है। यह ताप्ती और गोदावरी की सहायक दूधना नदी के मध्य विस्तारित है। इस पर्वत श्रृंखला में गुप्तकालीन गुफाएँ निर्मित हैं। यह श्रेणी पश्चिमी घाट का ही एक विस्तारित भाग है।
बालाघाट पर्वतमाला (Balaghat Range)
महाराष्ट्र राज्य के दक्षिण-पूर्व भाग में उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व दिशा में फैली यह पर्वतमाला महाराष्ट्र और कर्नाटक तक विस्तृत है। यह गोदावरी की सहायक मंजरी नदी और कृष्णा की सहायक भीमा नदी के मध्य स्थित है। इस क्षेत्र में मैगनीज, मैग्नेसाइट, पाइराइट, डोलोमाइट और चूना पत्थर का विशाल भंडार उपलब्ध है। यह क्षेत्र पारिस्थितिकी संकट से प्रभावित है।
हरिश्चंद्र पर्वतमाला (Harishchandra Range)
महाराष्ट्र के पश्चिमी भाग में उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व दिशा में विस्तृत यह श्रेणी पश्चिमी घाट की एक शाखा है, जो पुणे के उत्तर-पूर्व तक फैली हुई है। यह पर्वतमाला गोदावरी और कृष्णा नदियों के मध्य जल विभाजक का कार्य करती है। इसकी सबसे ऊँची चोटी काल्सुबई है।
बाबाबूदन पहाड़ियाँ (Bababudan Hills)
कर्नाटक के चिकमंगलूर क्षेत्र में उत्तर-दक्षिण दिशा में फैली यह पर्वतमाला लौह अयस्क के समृद्ध भंडारों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ से मैंगनीज, चूना पत्थर, क्रोमाइट और मैग्नेटाइट प्रकार का लौह अयस्क निकाला जाता है, जिसे भद्रावती इस्पात संयंत्र में आपूर्ति किया जाता है और मंगलुरु बंदरगाह के माध्यम से ईरान को निर्यात किया जाता है।
नीलगिरि पर्वतमाला (Nilgiri Hills)
यह पर्वतमाला तमिलनाडु के नीलगिरि जिले एवं केरल राज्य में विस्तृत है। यह पूर्वी और पश्चिमी घाट का संगम स्थल है। डोडा बेटा इसकी सर्वोच्च चोटी है, जिसकी ऊँचाई 2,637 मीटर है। यह पर्वतमाला अन्नामलाई पर्वतों से पाल घाट दर्रा द्वारा अलग होती है। इस क्षेत्र में टोडा जनजाति तथा अन्य जनजातियों का निवास है।
अन्नामलाई पहाड़ियाँ (Anamalai Hills)
नीलगिरि पर्वतमाला के दक्षिण में स्थित यह श्रेणी तमिलनाडु एवं केरल राज्य में विस्तारित है। इसकी सर्वोच्च चोटी अनाईमुडी (2,695 मीटर) है, जो प्रायद्वीपीय भारत का सबसे ऊँचा शिखर है। यह शिखर मानसूनी वनों से आच्छादित है। इस पर्वतमाला के ढलानों पर जनजातीय बस्तियाँ स्थित हैं। प्रसिद्ध कोडाईकनाल हिल स्टेशन इसी क्षेत्र में स्थित है।
कार्डमम पहाड़ियाँ (Cardamom Hills)
प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिणी भाग में स्थित यह पर्वतमाला केरल तथा तमिलनाडु की सीमाओं तक फैली हुई है। यह छोटी इलायची के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है और यहाँ मानसूनी वनस्पतियाँ पाई जाती हैं। इस श्रेणी का निर्माण नीस और शिस्ट चट्टानों से हुआ है।
गढ़जात पर्वतमाला (Garhjat Hills)
यह पर्वतमाला पूर्वी घाट का उत्तरी विस्तार है, जो उड़ीसा के उत्तरी भाग में स्थित है। इसकी ऊँचाई अपेक्षाकृत निम्न है। यहाँ के दक्षिण-पूर्वी भाग में मलयगिरि चोटी स्थित है। इस क्षेत्र में गोंड जनजातियाँ निवास करती हैं। प्रसिद्ध राउरकेला शहर इसके उत्तरी भाग में स्थित है।
शेवराय पहाड़ियाँ (Shevaroy Hills)
तमिलनाडु के मध्य भाग में स्थित यह पहाड़ी लौह इस्पात उद्योग केंद्र सलेम के निकट है। यह एक विच्छिन्न पहाड़ी (Detached Hill) है। यहाँ कॉफी बागानों की प्राचीन परंपरा है। इस पर्वतमाला पर थारकड़ शहर स्थित है, जो एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।
नल्लामाला पहाड़ियाँ (Nallamala Hills)
आंध्र प्रदेश के मध्य भाग में उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम दिशा में विस्तृत यह पर्वतमाला ‘ब्लैक हिल्स’ के रूप में प्रसिद्ध है। यह पूर्वी घाट पर्वतमाला का हिस्सा है और कृष्णा एवं पेन्नार नदियों के मध्य विस्तारित है। यहाँ का औसत ऊँचाई 520 मीटर है। यह अत्यधिक विच्छेदित और अपरदित पहाड़ी क्षेत्र है।
इस प्रकार, भारत की विभिन्न पर्वत श्रृंखलाएँ भौगोलिक, पारिस्थितिक और खनिजीय दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं तथा इनमें प्राकृतिक संसाधनों की विविधता देखने को मिलती है।
FAQs
सतपुड़ा पर्वत श्रेणी कहाँ स्थित है?

सतपुड़ा पर्वत श्रेणी नर्मदा और तापी नदियों के मध्य स्थित है। इसका विस्तार रतनपुर से अमरकंटक तक 900 किमी तक है।
मैकाल पर्वत किस राज्य में स्थित हैं?
मैकाल पर्वत छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित हैं और यह सतपुड़ा पर्वत श्रेणी का पूर्वी भाग है।
सतपुड़ा मैकाल श्रेणी में कौन सी पर्वत श्रृंखला है?
सतपुड़ा-मैकाल श्रेणी में प्रमुख रूप से राजपीपला पहाड़ियाँ, महादेव पहाड़ियाँ और मैकाल श्रेणी शामिल हैं।
सतपुड़ा श्रेणी की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?
सतपुड़ा श्रेणी की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ (1,350 मीटर) है, जो पंचमढ़ी के निकट महादेव श्रेणी में स्थित है।
सतपुड़ा श्रेणी के बीच कौन सी नदी बहती है?
सतपुड़ा श्रेणी के बीच नर्मदा, तापी, वेनगंगा, वर्धा, तवा, और शक्कर नदियाँ प्रवाहित होती हैं।
मैकाल पहाड़ी का सर्वोच्च शिखर कौन सा है?
मैकाल पहाड़ी का सर्वोच्च शिखर अमरकंटक है, जो 1,048 मीटर ऊँचा है।
मैकल श्रेणी से कौन सी नदी निकलती है?
मैकल श्रेणी से नर्मदा नदी निकलती है।
प्रायद्वीपीय भारत की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?
प्रायद्वीपीय भारत की सबसे ऊंची चोटी अनाईमुडी (2,695 मीटर) है, जो पश्चिमी घाट में स्थित है।
भारत में 10 सबसे ऊँची पहाड़ों के नाम क्या हैं?
कंचनजंघा (8,586 मीटर)
नंदा देवी (7,816 मीटर)
कामेट (7,756 मीटर)
साल्टोरो कांगरी (7,742 मीटर)
सासेर कांगरी (7,672 मीटर)
मकालू (8,485 मीटर, नेपाल-भारत सीमा)
गाशरब्रुम I (8,080 मीटर, पीओके)
गाशरब्रुम II (8,035 मीटर, पीओके)
त्रिशूल (7,120 मीटर)
चौखम्बा (7,138 मीटर)
सतपुड़ा का दूसरा नाम क्या है?
सतपुड़ा को ‘सतपुरा पर्वत’ भी कहा जाता है।
सतपुड़ा की रानी किसे कहा जाता है?
तपुड़ा की रानी पंचमढ़ी को कहा जाता है।
सतपुड़ा की पहाड़ी से कौन सी नदी निकलती है?
सतपुड़ा की पहाड़ियों से ताप्ती, वेनगंगा और वर्धा नदियाँ निकलती हैं।
सतपुड़ा का जंगल किस प्रदेश में है?
सतपुड़ा का जंगल मुख्य रूप से मध्य प्रदेश में स्थित है।
प्रायद्वीपीय भारत की सबसे ऊंची नदी कौन सी है?
नर्मदा नदी को प्रायद्वीपीय भारत की सबसे ऊंची नदी माना जाता है, क्योंकि यह अमरकंटक से निकलती है।
दक्कन पठार कहाँ स्थित है?
दक्कन पठार भारत के दक्षिणी और मध्य भाग में स्थित है।
प्रायद्वीपीय पठार की सर्वोच्च चोटी कौन सी है?
प्रायद्वीपीय पठार की सर्वोच्च चोटी अनाईमुडी (2,695 मीटर) है।
पाकिस्तान की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?
पाकिस्तान की सबसे ऊंची चोटी के2 (8,611 मीटर) है।
भारत की सबसे ऊँची चोटी कौन सी है?
भारत की सबसे ऊँची चोटी कंचनजंघा (8,586 मीटर) है।
कामेट पर्वत कहाँ स्थित है?
कामेट पर्वत उत्तराखंड राज्य में स्थित है।
विंध्य और सतपुड़ा श्रेणी के बीच कौन सा पठार स्थित है?
विंध्य और सतपुड़ा श्रेणी के बीच मालवा का पठार स्थित है।
अमरकंटक किसकी सबसे ऊंची चोटी है?
अमरकंटक मैकाल श्रेणी की सबसे ऊँची चोटी है।
मध्य भारत की पर्वतमाला का क्या नाम है?
मध्य भारत की प्रमुख पर्वतमाला सतपुड़ा पर्वतमाला है।
मैकल पर्वत की ऊंचाई कितनी है?
मैकल पर्वत की ऊंचाई 340 से 940 मीटर के बीच है।
अरावली पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?
अरावली पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी गुरुशिखर (1,722 मीटर) है।
अमरकंटक का दूसरा नाम क्या है?
अमरकंटक को ‘नर्मदा कुंड’ के नाम से भी जाना जाता है