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सतपुड़ा-मैकल प्रदेश | भौगोलिक स्थिति, नदियाँ, वन, खनिज

Table of Contents

सतपुड़ा-मैकल प्रदेश: एक भौगोलिक अध्ययन

सतपुड़ा-मैकल प्रदेश मध्य भारत का 900 km लंबा पर्वतीय क्षेत्र है, जो नर्मदा-ताप्ती दरार-घाटी के बीच जलविभाजक का काम करता है। पश्चिम में राजपिपला पहाड़ियों से पूर्व में अमरकंटक तक फैले इस क्षेत्र से नर्मदा, ताप्ती, सोन और गोदावरी की उपनदियाँ निकलती हैं।

सतपुड़ा-मैकल प्रदेश | भौगोलिक स्थिति, नदियाँ, वन, खनिज

सतपुड़ा एवं मैकल प्रदेश: एक भौगोलिक अध्ययन(Satpura and Maikal Pradesh: A Geographical Study)

सतपुड़ा पहाड़ी कहाँ स्थित है?/भौगोलिक स्थिति

सतपुड़ा श्रेणी नर्मदा एवं ताप्ती नदियों के मध्य विस्तृत एक महत्वपूर्ण पर्वतीय प्रणाली है, जो तीन प्रमुख खंडों में विभाजित की जा सकती है। इसके पश्चिमी खंड को “सतपुड़ा अथवा राजपिपला की पहाड़ियाँ” कहा जाता है, मध्य खंड तुलनात्मक रूप से चौड़ा है, जबकि पूर्वी खंड “मैकल पठार” के रूप में जाना जाता है। इस श्रेणी का विस्तार 21°30′ से 23° उत्तरी अक्षांश तथा 74°30′ से 81° पूर्वी देशांतर के मध्य स्थित है। यह प्रदेश मध्य प्रदेश के बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर एवं बड़वानी जिलों तक विस्तृत है।

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सतपुड़ा पर्वतमाला पश्चिम में भरूच (गुजरात) से लेकर पूर्व में छत्तीसगढ़ के मैदानों तक फैली हुई है तथा यह नर्मदा और ताप्ती नदियों के मध्य जल विभाजक का कार्य करती है। यहाँ प्रवाहित होने वाली प्रमुख नदियों में नर्मदा, ताप्ती, गोदावरी, बैनगंगा, गार, शक्कर एवं वर्षा सम्मिलित हैं।

सतपुड़ा एवं मैकल श्रेणी का वर्गीकरण

(क) पश्चिमी सतपुड़ा श्रेणी

पश्चिमी सतपुड़ा श्रेणी को “राजपिपला की पहाड़ियाँ” भी कहा जाता है। यह श्रेणी गुजरात के भरूच से प्रारंभ होकर बुरहानपुर दर्रे तक विस्तृत है। इस पर्वत श्रेणी में प्रमुख पहाड़ियाँ निम्नलिखित हैं:

  • राजपिपला पहाड़ी (गुजरात)
  • अखरानी पहाड़ी
  • बड़वानी पहाड़ी
  • बीजागढ़ पहाड़ी
  • असीरगढ़ पहाड़ी

असीरगढ़ पहाड़ियों तथा नर्मदा नदी के मध्य निमाड़ का मैदान स्थित है, जबकि इसके दक्षिण में ताप्ती नदी का मैदान विस्तृत है। पश्चिमी सतपुड़ा की भौमिकी मुख्यतः दक्कन ट्रैप की आग्नेय चट्टानों से निर्मित है, जिसके कारण यहाँ काली मिट्टी का विस्तार अधिक है। इस श्रेणी में पहाड़ियाँ संकरी एवं कम ऊँची हैं।

प्रमुख नगर: खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, नेपानगर एवं बड़वानी।
खनिज संसाधन: डोलोमाइट, मैंगनीज एवं ऐसबेस्टस।
कृषि: कपास प्रमुख फसल है।
वनस्पति: इस क्षेत्र में मुख्यतः शुष्क मानसूनी वन मिलते हैं, जिनमें सागौन, सलई एवं बाँस प्रमुख रूप से पाए जाते हैं।
औद्योगिक विकास:

  • खंडवा एवं बुरहानपुर में कपड़ा उद्योग।
  • नेपानगर में तापीय विद्युत केंद्र एवं अखबारी कागज निर्माण।

(ख) बुरहानपुर दर्रा

सतपुड़ा पर्वत को पश्चिमी एवं पूर्वी भागों में विभाजित करने वाला प्रमुख स्थल “बुरहानपुर दर्रा” है। यहाँ पर्वतीय श्रेणी खंडित हो गई है एवं इसकी औसत ऊँचाई 300 मीटर तक है। इस दर्रे को सतपुड़ा पर्वत की प्राकृतिक विभाजक रेखा माना जाता है।

(ग) पूर्वी सतपुड़ा श्रेणी

यह श्रेणी बुरहानपुर दर्रे के पूर्व से विस्तारित है एवं पश्चिमी श्रेणी की तुलना में अधिक चौड़ी है। इसके प्रमुख उपखंड निम्नलिखित हैं:

  • ग्वालीगढ़ की श्रेणी (ताप्ती नदी के दक्षिण में स्थित)
  • बैतूल एवं छिंदवाड़ा के पठार
  • महादेव की श्रेणियाँ (उत्तर में विस्तृत)
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भू-आकृतिक संरचना के आधार पर इस प्रदेश को युवावस्था में माना जाता है।

मृदा एवं वन:
यहाँ छिछली काली मिट्टी पाई जाती है।
पूर्वी सतपुड़ा सघन वनों से आच्छादित है, जहाँ मुख्यतः सागौन के वृक्ष पाए जाते हैं।
पेंच एवं कान्हान घाटियों में मृदा की गहराई अधिक है, जिससे कृषि अनुकूल बनती है।

प्रमुख कृषि उत्पाद: सोयाबीन, गेहूँ, चावल, ज्वार, कपास, अलसी एवं मूँगफली।

जलवायु:
औसत वार्षिक वर्षा पश्चिमी सतपुड़ा में 87.5 सेमी, जबकि पूर्वी सतपुड़ा में 125 सेमी तक होती है।
महादेव श्रेणी पर वर्षा अपेक्षाकृत अधिक होती है, जहाँ पंचमढ़ी में औसत वार्षिक वर्षा 212 सेमी मापी गई है।

पर्यटन स्थल:
पंचमढ़ी: प्राकृतिक सौंदर्य, घने वन, जलप्रपात एवं प्रपाती कगारों से समृद्ध।
धूपगढ़ (1352 मीटर): सतपुड़ा श्रेणी की सर्वोच्च चोटी

मैकल श्रेणी

मैकल श्रेणी सतपुड़ा पर्वतमाला का पूर्वी एवं सर्वाधिक चौड़ा भाग है। यह क्षेत्र उत्तर से दक्षिण तक अर्द्धचंद्राकार रूप में विस्तारित है एवं यहाँ से अनेक नदियाँ प्रवाहित होती हैं।

प्रमुख नगर: बालाघाट, मंडला, मलाजखण्ड, वारासिवनी एवं नैनपुर।
महत्वपूर्ण स्थल: अमरकंटक पर्वत, जहाँ से नर्मदा, सोन एवं जोहिला नदियों का उद्गम होता है।
जलविभाजक श्रेणी: सतपुड़ा श्रेणी नर्मदा-सोन अपवाह तंत्र तथा दक्कन पठार के बीच जलविभाजक का कार्य करती है।

वन एवं कृषि:
यह क्षेत्र 45-50% वनाच्छादित है।
पश्चिमी भाग में सागौन एवं पूर्वी भाग में साल वृक्षों की अधिकता पाई जाती है।
प्रमुख कृषि उत्पाद: चावल एवं गेहूँ।

खनिज संसाधन:
बालाघाट: मैंगनीज उत्खनन का प्रमुख केंद्र।
मलाझखण्ड: तांबा उत्खनन।
मंडला: बॉक्साइट खनन।

जलवायु एवं मृदा:
औसत वार्षिक वर्षा 125 सेमी से अधिक।
प्रमुख मृदाएँ: लाल बुलई मिट्टी, दोमट एवं कंकरीली मिट्टी।

जनजातीय समूह:
यह क्षेत्र न्यून जनसंख्या घनत्व एवं आदिवासी बहुलता के लिए जाना जाता है।
प्रमुख जनजातियाँ: गोंड, भूमिया, बैगा एवं मंझवार (मुख्यतः छत्तीसगढ़ क्षेत्र में)।

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मैकल का पठार मुख्यतः नर्मदा के ऊपरी बेसिन का भाग है, जबकि दक्षिणी क्षेत्र में वैनगंगा नदी का प्रभाव परिलक्षित होता है। यहाँ वैनगंगा की सहायक नदियों द्वारा नर्मदा बेसिन का अपहरण (River Capture) किया गया है, जिसका एक प्रमुख उदाहरण “टाण्डा नदी” है, जो पूर्व में नर्मदा की सहायक थी, किंतु वैनगंगा की सहायक नदी ने इसे अपहृत कर लिया।

निष्कर्ष

सतपुड़ा एवं मैकल प्रदेश भौगोलिक, पारिस्थितिकीय एवं खनिज संसाधनों की दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इसकी पर्वतीय संरचना, जैव विविधता, खनिज भंडार, कृषि, वन तथा जनजातीय संस्कृति इसे मध्य भारत का विशिष्ट क्षेत्र बनाते हैं।

FAQs

सतपुड़ा पहाड़ी किस राज्य में स्थित है?

सतपुड़ा पहाड़ी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्यों में स्थित है

मैकाल पहाड़ी किस राज्य में स्थित है?

मैकाल पहाड़ी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्यों में विस्तृत है।

सतपुड़ा का जंगल किस प्रदेश में है?

सतपुड़ा का जंगल मुख्य रूप से मध्य प्रदेश में स्थित है, जहाँ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व जैसे संरक्षित क्षेत्र पाए जाते हैं।

सतपुड़ा श्रेणी के बीच कौन सी नदी बहती है?

सतपुड़ा श्रेणी के बीच नर्मदा और ताप्ती नदियाँ प्रवाहित होती हैं।

महाराष्ट्र की सबसे बड़ी पहाड़ी कौन सी है?

महाराष्ट्र की सबसे बड़ी पर्वतमाला पश्चिमी घाट (सह्याद्रि पर्वत) है।

मैकाल पर्वत की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?

मैकाल पर्वत की सबसे ऊँची चोटी अमरकंटक (1,048 मीटर) है।

सतपुड़ा का दूसरा नाम क्या है?

सतपुड़ा को “राजपिपला पहाड़ियाँ” (पश्चिमी भाग) और “मैकल श्रेणी” (पूर्वी भाग) के रूप में भी जाना जाता है।

सतपुड़ा की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?

सतपुड़ा की सबसे ऊँची चोटी धूपगढ़ (1,352 मीटर) है, जो मध्य प्रदेश के पंचमढ़ी में स्थित है।

सतपुड़ा की रानी के नाम से कौन सा पहाड़ी इलाका प्रसिद्ध है?

पंचमढ़ी को “सतपुड़ा की रानी” कहा जाता है।

महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी का नाम क्या है?

महाराष्ट्र की सबसे ऊँची चोटी “कलसुबाई” (1,646 मीटर) है।

भारत की सबसे पुरानी पहाड़ी कौन सी है?

भारत की सबसे पुरानी पहाड़ी “अरावली पर्वत” है।

भारत की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?

भारत की सबसे ऊँची चोटी कंचनजंगा (8,586 मीटर) है, जबकि K2 (8,611 मीटर) पाकिस्तान के नियंत्रण में है।

एमपी में सतपुड़ा कहां है?

मध्य प्रदेश में सतपुड़ा पर्वत बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, होशंगाबाद, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर और बड़वानी जिलों तक विस्तृत है।

सतपुड़ा किस प्रकार का पर्वत है?

सतपुड़ा भ्रंशोत्थान (Fault-block) प्रकार का पर्वत है।

महाराष्ट्र के किस जिले में सतमाला पहाड़ियाँ मिलती हैं?

महाराष्ट्र के नासिक और औरंगाबाद जिलों में सतमाला पहाड़ियाँ स्थित हैं।

सतपुड़ा की 7 पर्वतमाला कौन सी हैं?

राजपिपला पहाड़ी
अखरानी पहाड़ी
बड़वानी पहाड़ी
बीजागढ़ पहाड़ी
असीरगढ़ पहाड़ी
ग्वालीगढ़ श्रेणी
महादेव श्रेणी

सतपुड़ा की पहाड़ियां किस राज्य में स्थित हैं?

सतपुड़ा की पहाड़ियाँ मुख्य रूप से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में स्थित हैं।

मध्य प्रदेश की सबसे ऊँची पहाड़ी कौन सी है?

मध्य प्रदेश की सबसे ऊँची पहाड़ी धूपगढ़ (1,352 मीटर) है, जो सतपुड़ा श्रेणी में स्थित है।

मैकाल से कौन सी नदी निकलती है?

मैकाल श्रेणी से नर्मदा, सोन और जोहिला नदियाँ निकलती हैं।