मध्यप्रदेश मे बेतवा नदी, सिंध नदी तथा कुंवारी नदी का अध्ययन- मध्यप्रदेश का भूगोल

मध्यप्रदेश मे बेतवा नदी का उद्गम एवं प्रवाह मार्ग

बेतवा नदी का उद्गम मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के कुमरा गाँव (झिरी) के पास स्थित विंध्य पहाड़ी से होता है। प्रारंभिक प्रवाह के बाद यह कुछ दूरी तक मध्यप्रदेश में बहते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है। तत्पश्चात, यह पुनः मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में प्रवाहित होती है, इसके बाद पुनः उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर हमीरपुर के निकट यमुना नदी में समाहित हो जाती है

मध्यप्रदेश मे बेतवा नदी की प्रमुख भौगोलिक विशेषताएँ

  • कुल लंबाई: 590 किमी
  • अन्य नाम: बेतवा नदी को प्राचीन ग्रंथों में वेत्रवती के नाम से जाना जाता है।
  • साहित्यिक उल्लेख:
    • बाणभट्ट ने “कादंबरी” में इस नदी का उल्लेख किया है।
    • कालिदास ने “मेघदूतम” में इसका वर्णन किया है।
    • केशवदास ने “रसिकप्रिया” में इसका उल्लेख किया है।
  • प्रमुख परियोजनाएँ:
    • राजघाट परियोजना
    • माताटीला बाँध
मध्यप्रदेश मे बेतवा नदी, सिंध नदी तथा कुंवारी नदी का अध्ययन- मध्यप्रदेश का भूगोल
मध्यप्रदेश मे बेतवा नदी, सिंध नदी तथा कुंवारी नदी का अध्ययन- मध्यप्रदेश का भूगोल

बेतवा नदी के किनारे स्थित प्रमुख नगर

  • ओरछा
  • साँची
  • विदिशा
  • चंदेरी
  • भोजपुर

बेतवा नदी की सहायक नदियाँ

बेतवा की प्रमुख सहायक नदियाँ बीना, धसान, हलाली एवं जामिनी हैं।

धसान नदी

  • प्रवाह मार्ग: बेतवा की एक प्रमुख सहायक नदी धसान का उद्गम मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के बेगमगंज तहसील से होता है।
  • यह उत्तर-पूर्व दिशा में प्रवाहित होकर अंततः बेतवा नदी में विलीन हो जाती है

बीना नदी

  • प्रवाह मार्ग: बीना नदी मध्यप्रदेश के सागर जिले की पश्चिमी सीमा के पास, राहतगढ़ कस्बे के निकट प्रवाहित होती है।
  • भालकुंड जलप्रपात (राहतगढ़ जलप्रपात): इस नदी के प्रवाह क्षेत्र में स्थित एक प्रमुख जलप्रपात है।
  • ऐतिहासिक महत्त्व:
    • इस नदी के किनारे आगासोद गाँव में बीना तेल रिफायनरी स्थित है
    • एरण नगर इसी नदी के किनारे स्थित है, जहाँ से सती प्रथा के प्रथम ऐतिहासिक साक्ष्य प्राप्त हुए थे
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अन्य महत्वपूर्ण नदियाँ

सिंध नदी

  • उद्गम स्थल: मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के लटेरी क्षेत्र में स्थित है।
  • प्रवाह मार्ग:
    • यह गुना, शिवपुरी, दतिया जैसे प्रमुख जिलों से प्रवाहित होती है।
    • अंततः उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर यमुना नदी में मिल जाती है
  • कुल लंबाई: 470 किमी
  • सहायक नदियाँ: पाहुज, कुंवारी एवं माहुर।
  • महत्वपूर्ण स्थल:
    • दतिया नगर इस नदी के किनारे स्थित है।
    • मड़ीखेड़ा बाँध मध्यप्रदेश में सिंध नदी पर निर्मित एक महत्वपूर्ण जल परियोजना है।

कुंवारी नदी

  • उद्गम स्थल: मध्यप्रदेश के शिवपुरी पठार से निकलती है।
  • प्रवाह मार्ग:
    • यह मुरैना पठार के जल विभाजक द्वारा कुनो एवं चंबल नदी से अलग होकर पूर्व दिशा में प्रवाहित होती है।
    • अंततः यह नदी सिंध नदी में समाहित हो जाती है

पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्त्व

  • मध्यप्रदेश में बेतवा नदी को “मध्यप्रदेश की गंगा” (प्रदूषण के आधार पर) कहा जाता है
  • बेतवा नदी के किनारे “कंचन घाट” (ओरछा) स्थित है
  • ओरछा में बेतवा नदी सात चैनलों में विभाजित होती है, जिसे “सतधारा” कहा जाता है

निष्कर्ष

बेतवा नदी न केवल भौगोलिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से भी इसका विशेष स्थान है। ओरछा, साँची एवं विदिशा जैसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक नगर इस नदी के तट पर स्थित हैं। धार्मिक एवं साहित्यिक महत्व के कारण इसे वेत्रवती के रूप में भी जाना जाता है। वर्तमान में बढ़ते औद्योगीकरण एवं प्रदूषण के कारण इस नदी के जल की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है, जिसके संरक्षण हेतु प्रभावी प्रयास किए जाने आवश्यक हैं।

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बेतवा नदी को मध्य प्रदेश की गंगा क्यों कहा जाता है?

बेतवा नदी को “मध्यप्रदेश की गंगा” इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह राज्य की प्रमुख नदियों में से एक है और ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व रखती है।

बेतवा नदी का उद्गम कहाँ हुआ था?

बेतवा नदी का उद्गम मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के कुमरा गाँव (झिरी) के पास स्थित विंध्य पहाड़ियों से हुआ है।

बेतवा नदी के किनारे कौन-कौन से प्रमुख नगर स्थित हैं?

बेतवा नदी के किनारे ओरछा, साँची, विदिशा, चंदेरी, और भोजपुर स्थित हैं।

बेतवा नदी की कुल लंबाई कितनी है

बेतवा नदी की कुल लंबाई लगभग 590 किमी है।

बेतवा नदी का दूसरा नाम क्या है?

प्राचीन ग्रंथों में बेतवा नदी को “वेत्रवती” के नाम से जाना जाता है।

बेतवा नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ कौन-कौन सी हैं?

बेतवा नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ बीना, धसान, हलाली और जामिनी हैं।

बेतवा नदी पर कौन-कौन से प्रमुख बांध बने हैं?

बेतवा नदी पर राजघाट परियोजना और माताटीला बाँध बने हैं।

ओरछा में कौन सी नदी बहती है?

ओरछा में बेतवा नदी बहती है।

सिंध नदी की कुल लंबाई कितनी है?

सिंध नदी की कुल लंबाई लगभग 470 किमी है।

सिंध नदी किन-किन जिलों से होकर गुजरती है?

सिंध नदी मध्यप्रदेश के गुना, शिवपुरी, दतिया जिलों से होकर प्रवाहित होती है और उत्तर प्रदेश में यमुना नदी में मिल जाती है।

सिंध नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ कौन-कौन सी हैं?

सिंध नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ पाहुज, कुंवारी एवं माहुर हैं।

सिंध नदी पर बना प्रमुख बाँध कौन सा है?

मध्यप्रदेश में सिंध नदी पर मड़ीखेड़ा बाँध बना है।

बीना नदी का उद्गम कहाँ हुआ है?

बीना नदी मध्यप्रदेश के सागर जिले की पश्चिमी सीमा के पास, राहतगढ़ कस्बे के निकट प्रवाहित होती है।

बीना नदी के किनारे कौन सा प्रमुख ऐतिहासिक स्थल स्थित है?

बीना नदी के किनारे एरण नगर स्थित है, जहाँ से सती प्रथा के प्रथम ऐतिहासिक साक्ष्य प्राप्त हुए थे।

बीना नदी पर कौन सा प्रमुख जलप्रपात स्थित है?

बीना नदी के प्रवाह क्षेत्र में भालकुंड (राहतगढ़ जलप्रपात) स्थित है।

धसान नदी का उद्गम कहाँ हुआ है?

धसान नदी मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के बेगमगंज तहसील से निकलती है।

धसान नदी कहाँ मिलती है?

धसान नदी उत्तर-पूर्व दिशा में प्रवाहित होकर अंततः बेतवा नदी में समाहित हो जाती है।

कुंवारी नदी का उद्गम स्थल कहाँ है?

कुंवारी नदी मध्यप्रदेश के शिवपुरी पठार से निकलती है।

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