मध्य प्रदेश में केन नदी का उद्गम कहाँ से होता है? (Where does the Ken river originate in Madhya Pradesh?)

केन नदी कहाँ बहती है?

केन नदी का उद्गम मध्यप्रदेश के कटनी जिले में स्थित कैमूर पहाड़ियों से होता है। प्रारंभिक चरण में यह कटनी जिले में एक संकरी धारा के रूप में प्रवाहित होती है, लेकिन जैसे ही यह पन्ना जिले में प्रवेश करती है, इसका प्रवाह तीव्र एवं विस्तृत हो जाता है। इसके पश्चात यह उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बहती हुई, चिल्ला गांव के समीप यमुना नदी में विलीन हो जाती है

महत्वपूर्ण तथ्य:
अन्य प्रकाशित पुस्तकों में केन नदी का उद्गम भांडेर श्रेणी से होना भी उल्लिखित है।

Madhya Pradesh Rivers
Madhya Pradesh Rivers

केन नदी की भौगोलिक विशेषताएँ क्या-क्या है ???

  • कुल लंबाई: 427 किलोमीटर
  • प्रवाह क्षेत्र: मध्यप्रदेश एवं उत्तर प्रदेश
  • महत्वपूर्ण संगम स्थल: चिल्ला गांव (बांदा जिला, उत्तर प्रदेश)

केन नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ कौन कौन सी है ??

केन नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ निम्नलिखित हैं:

सहायक नदीप्रवाह क्षेत्र
उर्मिल नदीमध्यप्रदेश
श्यामरी नदीमध्यप्रदेश
बन्ने नदीमध्यप्रदेश
सोनार नदीमध्यप्रदेश

केन नदी का ऐतिहासिक एवं साहित्यिक महत्त्व क्या है?

  • प्राचीन भारतीय साहित्य में केन नदी को “शुक्तिमत्ति” नदी के रूप में वर्णित किया गया है। विद्वानों के अनुसार, वर्तमान केन नदी ही प्राचीन शुक्तिमति हो सकती है।
  • इसके अतिरिक्त, ऐतिहासिक संदर्भों में इसे दर्णावती एवं कर्णावती नामों से भी जाना जाता है।

केन नदी पर कौन सा जलप्रपात है?

केन नदी पर स्थित प्रमुख जल प्रपात:

रनेह जल प्रपात

  • यह केन नदी पर स्थित एक प्रसिद्ध प्राकृतिक जल प्रपात है।
  • यह खजुराहो के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है
  • अन्य प्रकाशित पुस्तकों के अनुसार, रनेह जल प्रपात केन एवं खुद्दर नदी के संगम द्वारा निर्मित होता है

विशेष तथ्य

केन नदी का अपवाह क्षेत्र मछली की आकृति जैसा दिखाई देता है
केन घड़ियाल अभ्यारण्य केन एवं खुद्दर नदी के संगम पर स्थित है, जो जैव विविधता की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।


निष्कर्ष

केन नदी मध्यप्रदेश एवं उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण नदियों में से एक है, जिसका ऐतिहासिक, भौगोलिक एवं पारिस्थितिक महत्व अत्यंत व्यापक है। इसके जल प्रपात एवं वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र इसे एक प्राकृतिक धरोहर के रूप में स्थापित करते हैं। जल संरक्षण की दृष्टि से, इस नदी की पारिस्थितिकीय संतुलन को बनाए रखना आवश्यक है।

केन नदी कहाँ बहती है?

केन नदी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में बहती है। इसका उद्गम कटनी जिले के कैमूर पहाड़ियों से होता है और यह उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के चिल्ला गांव में यमुना नदी में विलीन हो जाती है।

केन नदी पर कितने बांध हैं?

वर्तमान में, केन नदी पर कोई प्रमुख बांध का उल्लेख नहीं है। हालांकि, केन-बेतवा लिंक परियोजना का प्रस्ताव है।

केन नदी में क्या पाया जाता है?

केन नदी में विभिन्न प्रकार की जैव विविधता पाई जाती है, जिसमें घड़ियाल प्रमुख हैं। यह केन घड़ियाल अभ्यारण्य के लिए भी प्रसिद्ध है।

केन नदी पर कौन सा जलप्रपात है?

केन नदी पर स्थित प्रमुख जलप्रपात रनेह जलप्रपात है, जो खजुराहो के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है।

मध्य प्रदेश में केन नदी का उद्गम कहाँ से होता है?

केन नदी का उद्गम मध्य प्रदेश के कटनी जिले में स्थित कैमूर पहाड़ियों से होता है।

खजुराहो में कौन सी नदी बहती है?

खजुराहो में केन नदी बहती है। यह खजुराहो के पास रनेह जलप्रपात का निर्माण भी करती है।

केन नदी की कुल लंबाई कितनी है?

केन नदी की कुल लंबाई 427 किलोमीटर है।

केन यमुना से कहां मिलती है

केन नदी उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के चिल्ला गांव में यमुना नदी से मिलती है।

केन की उत्पत्ति कहां से हुई है?

केन नदी की उत्पत्ति मध्य प्रदेश के कटनी जिले में कैमूर पहाड़ियों से हुई है।

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