सोन नदी का उद्गम कहा से होता है?
सोन नदी का उद्गम मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित अमरकंटक की पहाड़ियों (मैकाल श्रेणी) से सोनकुंड नामक जलस्रोत से होता है। यह स्थान नर्मदा नदी के उद्गम स्थल के समीप स्थित है। प्रारंभिक चरण में यह नदी उत्तर दिशा में प्रवाहित होती है, किंतु कुछ दूरी के पश्चात इसका प्रवाह पूर्व दिशा की ओर मुड़ जाता है।
मध्यप्रदेश से प्रवाहित होने के पश्चात यह नदी उत्तर प्रदेश, झारखंड तथा बिहार राज्यों से होकर बहती है और अंततः पटना के समीप गंगा नदी में विलीन हो जाती है।
महत्वपूर्ण तथ्य:
अन्य प्रकाशित पुस्तकों में इस नदी का मुहाना मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश एवं बिहार राज्यों में स्थित बताया गया है।

भौगोलिक विशेषताएँ
- कुल लंबाई: 780 किलोमीटर
- अपवाह क्षेत्र: 17,900 वर्ग किलोमीटर
- प्रवाह क्षेत्र: मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार
- महत्वपूर्ण संगम स्थल: पटना (गंगा नदी में)
सोन नदी की सहायक नदी कौन सी हैं?
सोन नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ निम्नलिखित हैं:
सहायक नदी | प्रवाह क्षेत्र |
---|---|
जोहिला नदी | मध्यप्रदेश |
रिहन्द नदी | उत्तर प्रदेश, झारखंड |
गोपद नदी | मध्यप्रदेश |
बनास नदी | मध्यप्रदेश |
ऐतिहासिक एवं साहित्यिक महत्त्व
- प्राचीन भारतीय ग्रंथों में इस नदी को सुवर्ण, सुभाग्दि एवं सोनभद्र नामों से जाना जाता है।
- वाल्मीकि रामायण में इसे “सुभाग्दि” नाम से वर्णित किया गया है।
- प्रसिद्ध संस्कृत साहित्यकार बाणभट्ट ने अपने जीवन के लगभग 14 वर्ष इसी नदी के तट पर व्यतीत किए थे।
केन नदी पर महत्वपूर्ण जल संसाधन परियोजनाएँ कोन सी हैं ?
बाणसागर परियोजना
- यह परियोजना सोन नदी पर मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में स्थापित की गई है।
- यह संयुक्त रूप से मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश एवं बिहार राज्यों द्वारा संचालित की जाती है।
गोविंद बल्लभ पंत सागर परियोजना
- यह परियोजना सोन नदी की सहायक नदी रिहन्द पर उत्तर प्रदेश में स्थित है।
- यह उत्तर प्रदेश एवं झारखंड के औद्योगिक क्षेत्रों के लिए जल एवं ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है।
विशेष तथ्य
ऐसा माना जाता है कि सोन नदी के तट पर पाई जाने वाली रेत का रंग पीला (स्वर्ण) होता है, जिससे इसका नाम “सोन” पड़ा।
बिहार राज्य में सोन नदी पर नेहरू सेतु नामक रेलवे पुल बनाया गया है, जो बिहार और झारखंड को जोड़ता है।
निष्कर्ष
सोन नदी मध्यभारत की एक प्रमुख नदी है, जिसका ऐतिहासिक, भौगोलिक एवं आर्थिक महत्त्व अत्यंत व्यापक है। इसके तटों पर विकसित सभ्यताएँ, इसके जल संसाधन तथा इसकी सहायक नदियाँ इसे भारत की एक महत्त्वपूर्ण नदी प्रणाली का अंग बनाती हैं। जल संसाधनों के प्रभावी उपयोग एवं पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने हेतु इस नदी के संरक्षण की आवश्यकता है।
FAQs
सोन नदी कहाँ स्थित है?
सोन नदी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार राज्यों से होकर बहती है। इसका उद्गम मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में अमरकंटक की पहाड़ियों से होता है।
सोन नदी का दूसरा नाम क्या है?
प्राचीन भारतीय ग्रंथों में सोन नदी को “सुवर्ण”, “सुभाग्दि” और “सोनभद्र” नामों से जाना जाता है।
सोन नदी बिहार के कितने जिलों से होकर गुजरती है?
सोन नदी बिहार के भोजपुर और रोहतास ज़िलों से होकर गुज़रती है. यह नदी पटना ज़िले के मनेर के पास गंगा में मिल जाती है.
सोन नदी पर कौन सा बांध है?
सोन नदी पर बाणसागर परियोजना स्थित है, जो मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में स्थापित की गई है।
गोविंद बल्लभ पंत सागर परियोजना सोन नदी की सहायक नदी रिहन्द पर उत्तर प्रदेश में स्थित है।
सोन नदी पर कौन सा पुल है?
बिहार में सोन नदी पर नेहरू सेतु नामक रेलवे पुल बनाया गया है, जो बिहार और झारखंड को जोड़ता है।
सोन नदी बिहार में गंगा में कहाँ मिलती है?
सोन नदी बिहार में पटना के समीप मनेर के पास गंगा नदी में मिलती है।
सोन नदी की सहायक नदी कौन सी है?
सोन नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ जोहिला नदी, रिहन्द नदी, गोपद नदी, और बनास नदी हैं।