रीवा-पन्ना का पठार: एक भौगोलिक एवं प्राकृतिक अध्ययन

रीवा-पन्ना का पठार: एक भौगोलिक एवं प्राकृतिक अध्ययन
रीवा-पन्ना का पठार: एक भौगोलिक एवं प्राकृतिक अध्ययन 2

स्थिति एवं प्राकृतिक विशेषताएँ

रीवा-पन्ना का पठार, जिसे विन्ध्यन कगार प्रदेश के नाम से भी जाना जाता है, मध्यप्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित एक महत्वपूर्ण भू-आकृतिक प्रदेश है। इसके अंतर्गत प्रमुख जिले रीवा, मऊगंज, सतना, मैहर, पन्ना, दमोह एवं कटनी आते हैं।

  • भौगोलिक विस्तार: यह पठार 23°10′ उत्तरी अक्षांश से 25°12′ उत्तरी अक्षांश तथा 78°4′ पूर्वी देशांतर से 82°18′ पूर्वी देशांतर तक फैला हुआ है।
  • क्षेत्रफल: इसका कुल क्षेत्रफल 31,955 वर्ग किमी है, जो राज्य के कुल क्षेत्रफल का 10.37% भाग कवर करता है।
  • महत्वपूर्ण स्थल: इस पठार की सर्वाधिक ऊँची चोटी गुडविल चोटी (सद्भावना शिखर) है, जिसकी ऊँचाई 752 मीटर है और यह दमोह जिले में स्थित है।
  • मुख्य नदियाँ: इस क्षेत्र से प्रवाहित होने वाली प्रमुख नदियों में टोंस, केन, बीहड़ एवं बिछिया शामिल हैं।

जलवायु

  • इस पठार के पूर्वी एवं दक्षिणी भाग में औसत वार्षिक वर्षा लगभग 125 सेमी होती है, जबकि उत्तर-पश्चिमी भाग में यह 112.5 सेमी तक सीमित रहती है।
  • ग्रीष्म ऋतु में तापमान 40°C से 42.5°C के बीच रहता है, जिससे यह क्षेत्र उच्च तापमान वाली जलवायु वाला माना जाता है।

मिट्टी एवं वनस्पति

  • इस पठार में प्रमुख रूप से मिश्रित मिट्टी एवं लाल-पीली मिट्टी पाई जाती है।
  • वनस्पति की दृष्टि से यहाँ बाँस, तेंदू पत्ता एवं खैर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं, जो वनों के आर्थिक उपयोग में सहायक हैं।

उद्योग एवं प्रमुख व्यवसाय

  • इस क्षेत्र की मुख्य आर्थिक गतिविधि कृषि है।
  • प्रमुख उद्योगों में सतना एवं मैहर में सीमेंट उद्योग, रीवा में कत्था उद्योग, तथा पन्ना में हीरा तराशने का उद्योग शामिल हैं।

कृषि उत्पादन

  • यहाँ की प्रमुख फसलें चावल, गेहूँ एवं तिलहन हैं।
  • सिंचाई के लिए नहरों एवं कुओं का उपयोग किया जाता है, जिससे कृषि उत्पादन को बढ़ावा मिलता है।

खनिज संसाधन

  • यह क्षेत्र खनिज संपदा से समृद्ध है, जिसमें सतना जिले में चूना पत्थर एवं पन्ना जिले में हीरा पाया जाता है।
  • अन्य खनिजों में गेरू, सिलिका बालू एवं कोरंडम प्रमुख हैं।

भू-आकृतिक विशेषताएँ

  • विन्ध्यन कगार प्रदेश का दक्षिणी भाग भाण्डेर का पठार कहलाता है, जो रीवा के पठार से लगभग 350 मीटर ऊँचा है।
  • भाण्डेर पठार से दक्षिण की ओर बढ़ने पर जबेरा का गुम्बद (Dome) स्थित है, जो भूवैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल है।
  • भाण्डेर श्रेणी के उत्तर-पूर्व में स्थित कैमूर श्रेणी अपेक्षाकृत अधिक संकरी है, जो यमुना एवं सोन नदियों के मध्य जल विभाजक का कार्य करती है।

महत्वपूर्ण बिंदु (परीक्षा हेतु उपयोगी तथ्य)

  • इस पठार को “विन्ध्यन स्कार्पलैण्ड” या “कगार भूमि” भी कहा जाता है।
  • 2023 में गठित दो नए जिले – मऊगंज एवं मैहर इसी पठारी क्षेत्र का हिस्सा हैं।
  • देश की एकमात्र व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर (मैहर जिला) में स्थित है।
  • इस क्षेत्र की प्रमुख भाषाएँ बुंदेली एवं बघेली हैं।
  • इस पठार की दक्षिणी एवं पूर्वी सीमा नर्मदा-सोन घाटी बनाती है।
  • इसकी दक्षिणी एवं दक्षिण-पूर्वी सीमा पर भाण्डेर एवं कैमूर कगार स्थित हैं।
  • मऊगंज जिले में स्थित बहुंटी जलप्रपात (198 मीटर) प्रदेश का सबसे ऊँचा जलप्रपात है।

रीवा-पन्ना पठार में कौन सी मिट्टी पाई जाती है?

रीवा-पन्ना पठार में मुख्य रूप से मिश्रित मिट्टी एवं लाल-पीली मिट्टी पाई जाती है।

रीवा-पन्ना पठार की जलवायु कैसी है?

इस पठार की जलवायु गर्म है, जहाँ ग्रीष्मकाल में तापमान 40°C से 42.5°C तक पहुँच जाता है और वार्षिक वर्षा 112.5 से 125 सेमी तक होती है।

रीवा जिले में कुल कितनी नदियाँ हैं?

रीवा जिले में टोंस, केन, बीहड़ एवं बिछिया जैसी प्रमुख नदियाँ प्रवाहित होती हैं।

रीवा-पन्ना पठार कहां है?

रीवा-पन्ना पठार मध्य प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित है, जिसमें रीवा, मऊगंज, सतना, मैहर, पन्ना, दमोह एवं कटनी जिले शामिल हैं।

मध्य प्रदेश की भौगोलिक विशेषताएं क्या हैं?

मध्य प्रदेश में विंध्य और सतपुड़ा पर्वतमालाएँ, पठारी क्षेत्र, उपजाऊ मैदान, एवं नर्मदा-सोन घाटी प्रमुख भौगोलिक विशेषताएँ हैं।

विश्व में सबसे हल्की जलवायु कहाँ है?

विश्व की सबसे हल्की जलवायु भूमध्यरेखीय महासागरीय क्षेत्रों में पाई जाती है, जहाँ तापमान संतुलित रहता है।

रीवा-पन्ना पठार की स्थिति क्या है?

रीवा-पन्ना पठार मध्य प्रदेश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित है, जो विंध्य श्रेणी का हिस्सा है।

रीवा का भूगोल क्या है?

रीवा जिले में पठारी भूभाग, नदियाँ, एवं खनिज संपदा पाई जाती है। यह विन्ध्यन कगार प्रदेश में स्थित है।

रीवा में कौन सा जलप्रपात है?

रीवा जिले में बहुंटी जलप्रपात स्थित है, जो प्रदेश का सबसे ऊँचा जलप्रपात (198 मीटर) है।

रीवा-पन्ना पठार का इतिहास क्या है?

रीवा-पन्ना पठार का निर्माण भूगर्भीय हलचलों और विंध्यन संरचनाओं के उत्थान से हुआ है।

रीवा में कौन सी नदी बहती है?

रीवा में टोंस नदी प्रमुख रूप से बहती है।

मप्र का सबसे बड़ा जलप्रपात कौन सा है?

मऊगंज जिले में स्थित बहुंटी जलप्रपात मध्य प्रदेश का सबसे ऊँचा जलप्रपात है।

रीवा की सबसे बड़ी नदी कौन सी है?

रीवा की सबसे बड़ी नदी टोंस नदी है।

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